शरीर में इस विटामिन की कमी से आप हो सकते हैं डिप्रेशन के शिकार, जानिए इसके लक्षण

विटामिन बी12 को कोबालमीन भी कहा जाता है, एक आवश्यक पोषक तत्व है जो विभिन्न शारीरिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन, हेल्दी नर्वस सिस्टम के रखरखाव और डीएनए के काम के लिए आवश्यक है। क्योंकि हमारा शरीर खुद विटामिन बी12 का उत्पादन नहीं कर सकता है, इसलिए हमें इसे आहार के जरिए प्राप्त करना होता है।

शरीर में जब भी विटामिन बी12 की कमी होने लगती है तो इसके कुछ लक्षण नज़र आने लगते हैं आप समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं।शरीर में विटामिन बी12 कम होने पर मसल्स में ऐंठन  पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन बी12 कम होने पर शरीर गहरी थकान महसूस कर सकता है। इसके साथ ही डिप्रेशन जैसा भी फील हो सकता है।

शरीर में विटामिन B12 का नॉर्मल लेवल कितना होना चाहिए

विटामिन बी 12 का लेवल 300pg/mL से ऊपर होना नॉर्मल माना जाता है। यह लेवल जब 200pg/mL से कम होता है तो इसे कम माना जाता है। विटामिन बी 12 का लेवल जब लगातार कम होता जाता है तो इसे विटामिन बी 12 की कमी के नाम से जाना जाता है। अगर समय पर इस समस्या का इलाज ना किया जाए तो इससे कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

विटामिन बी12 की कमी के लक्षण -Vitamin b12 ki Kami ke lakshan 

डिप्रेशन 

भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग खुद का ख्याल नहीं रख पाते जिसके कण आजकल कम उम्र के लोग भी डिप्रेशन का शिकार होने लगे हैं। डिप्रेशन होने के पीछे वैसे तो कई वजह हैं, लेकिन विटामिन बी12 की कमी भी डिप्रेशन पैदा कर सकती है। शरीर में विटामिन बी12 कम होने पर बॉडी में सल्फर की मौजूदगी वाला अमीनो एसिड होमोसाइस्टाइन का लेवल बढ़ जाता है। इसकी कमी के कारण ध्यान लगाने में कठिनाई, याददाश्त कमजोर होना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई गंभीर मामलों में, विटामिन बी 12 की कमी के कारण डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।

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मांसपेशियों में ऐंठन  

बहुत से लोगों को अचानक मांसपेशियों में ऐंठन सी महसूस होने लगती है। मसल्स में आने वाले ये क्रैम्प्स कई बार शरीर में विटामिन बी12 की कमी की वजह से भी हो सकते हैं। दरअसल, विटामिन बी12 की कमी शरीर के मोटर एंड नर्व सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, जिसके चलते मसल्स में क्रैम्प्स और कमजोरी महसूस होने लगती है।

थकान और कमजोरी महसूस होना 

विटामिन बी 12 की कमी का सबसे कॉमन संकेत  थकान और कमजोरी है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि विटामिन बी 12 लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में काफी अहम भूमिका निभाता है, लाल रक्त कोशिकाएं ही ऑक्सीजन को पूरा शरीर में पहुंचाती हैं। शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम होने से, ऊतकों और अंगों को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे थकान और कमजोरी का सामना करना पड़ता है।

मुंह में होने वाली दिक्कतें

विटामिन बी12 की कमी से मुंह की समस्याएं भी हो सकती हैं जिससे आपके मुंह में छाले, घाव, जीभ में सूजन और जीभ एक दम सुर्ख लाल हो सकती है। जीभ में सूजन को ग्लॉसिटिस कहते हैं जो विटामिन बी 12 की कमी का प्रमुख संकेत हैं। इसकी वजह से व्यक्ति को एनीमिया हो जाता है और मुंह में छाले जैसे लक्षण पैदा होने लगते हैं।

त्वचा का पीला पड़ना 

शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होने पर त्वचा का रंग पीला हो जाता है। आयरन की कमी वाले एनीमिया नामक स्थिति की तरह विटामिन बी 12 की कमी से लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है और त्वचा का रंग पीला हो जाता है। विटामिन बी 12 की कमी से पीलिया भी हो सकता है और त्वचा के साथ आंखें भी पीली हो सकती हैं। त्वचा और आंख का पीला रंग वेस्ट प्रोडक्ट बिलीरुबिन (Bilirubin) के हाई लेवल के कारण होता है। बिलीरुबिन तब बनता है जब लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं।

अनियमित दिल की धड़कन

विटामिन बी-12 की कमी से दिल की धड़कन में अनियमितता हो सकती है।

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विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने वाले फूड्स 

नीचे कुछ विटामिन बी12 फूड्स के बारे में बताया जा रहा है जो शरीर में इसकी कमी को पूरा करने में मदद करेगा।

साल्मन मछली

साल्मन मछली विटामिन बी12 से भरपूर होती है। इसे खाने पर शरीर को विटामिन बी12 के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी मिलते हैं। इसे खानपान में अपने मुताबिक शामिल करके खाया जा सकता है। आप साल्मन मछली को डिनर या लंच में भी खा सकते हैं।

अंडा

एक उबले हुए अंडे (Boiled Egg) से शरीर को 0.6 माइक्रोग्राम तक विटामिन बी12 मिल सकता है। विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए अंडा खाना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, अंडे में प्रोटीन और अन्य  विटामिन का भी अच्छे स्त्रोत होता हैं। इन्हें सुबह या शाम कभी भी खाया जा सकता है।

दुग्ध पदार्थ 

शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर खानपान में दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों को भी शामिल किया जा सकता है। दूध, दही और चीज विटामिन बी12 के अलावा प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए और डी के साथ-साथ पौटेशियम जैसे खनिजों का भी अच्छे स्त्रोत होते है।

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पालक

सब्जियों में पालक (Spinach) विटामिन बी12 के स्त्रोतों की गिनती में आता है। पालक प्लांट बेस्ड डाइट में शामिल करने के लिए अच्छा है। इसे सब्जी बनाकर, सूप बनाकर, सलाद या सैंडविच में डालकर भी खाया जा सकता है। पालक के साथ-साथ चुकुंदर और मशरूम में भी अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 मौजूद होता है।

Disclaimer: ये जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। फास्ट खबरें इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का  दावा नहीं करता है।

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