वुड एपल (Wood Apple) या बेल फल (Bael Fruit) एक अनोखा फल है जो भारत के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। इसकी खासियत उसके रसदार गूदे में होती है जो पकने के बाद बनता है। यह एक बेहद पौष्टिक फल है जो कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होता है।
वुड एपल में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी3, फोस्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड जैसे तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा, वुड एपल में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और आयुर्वेदिक उपचारों में उपयोगी तत्व भी होते हैं।
इसके नियमित सेवन से आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है और संक्रमण से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। यह पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद होता है और मधुमेह, एसिडिटी, गैस, कब्ज जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है। आइए जानते हैं Benefits of wood Apple के बारे में डिटेल में आर्टिकल को नीचे पूरा पढ़ें।
Table of Contents
बेल का उपयोग किस किस तरह किया जाता है – How to Use wood apple in Hindi
वुड एपल का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है।
- वुड एपल का रस निकालकर इसका सेवन किया जाता है। यह रस फलों के गुणों को संभालता है और सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- वुड एपल के रस को शरबत के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इसे ठंडा करके और शक्कर या मिठाई के साथ मिलाकर पीया जाता है।
- वुड एपल से मुरब्बा भी बनाया जाता है। इसे चीनी के साथ पकाकर बनाया जाता है और खाने के साथ या दांतों को साफ़ करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- वुड एपल से अचार भी बनाया जाता है। इसे नमक, मिर्च, हींग आदि के साथ पकाकर बनाया जाता है।
- वुड एपल को शेक के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इसे दूध या दही के साथ मिलाकर बनाया जाता है।
- वुड एपल को फ्रेश फल के रूप में खाया जा सकता है। इसे खाने से पहले उसका चीला खोलकर अंदर का फल निकाला जाता है जो खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है।
- वुड एपल का उपयोग आमतौर पर अस्थमा, बुखार, खांसी, जुएं, सूजन, पेट की खराबी, दस्त, अपच जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
- वुड एपल का उपयोग सौंदर्य उत्पादों में भी किया जाता है। इसके तेल को चेहरे पर लगाकर उसे स्किन के लिए उपयोग किया जाता है।
- वुड एपल के बीजों का उपयोग पशु आहार के रूप में भी किया जाता है। यह विभिन्न पशुओं के लिए उपयोगी होता है जैसे कि गाय, भेड़, बकरी आदि।
इन सभी उपयोगों के अलावा वुड एपल फल में विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर आदि प्राकृतिक तत्व होते हैं जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
वुड एप्पल (वेल) खाने के फायदे – Wood Apple Benefits in Hindi
वुड ऐपल या बेल का फल सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। Wood Apple Benefits कुछ इस प्रकार है,
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
वुड एपल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसके सेवन से पेट से संबंधित समस्याएं जैसे कब्ज, अपच, बदहजमी आदि से राहत मिलती है।
वजन घटाने में सहायक
वुड एपल में थोड़ी मात्रा में शक्कर होती है लेकिन उसमें बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है। इसलिए, यह वजन घटाने में काफी सहायक हो सकता है।
शरीर को ताकत दिलाने में फायदेमंद
वुड एपल में विटामिन सी, विटामिन ए, थायमिन और निकोटिनिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ताकत दिलाते हैं।
मधुमेह में फायदेमंद
वुड एपल में आयरन और विटामिन सी की मात्रा होती है जो मधुमेह से रक्षा करती है। इससे शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
दिल के लिए फायदेमंद
वुड एपल में पोषक तत्व जैसे कि पोटैशियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इससे हृदय संबंधित समस्याओं से बचाव होता है।
आंत्र के रोगों से लड़ने में सहायक
वुड एपल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो आंत्र के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। इससे उलटी, दस्त जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
आंखों के लिए फायदेमंद
वुड एपल में विटामिन ए की मात्रा होती है, जो आंखों के लिए फायदेमंद होती है। यह विटामिन आंखों के अस्थायी नुकसान से बचाता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
वुड एपल में विटामिन सी होता है जो त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। इससे त्वचा में नई कोशिकाएं बनती हैं और त्वचा खूबसूरत और जवां वनती है।
गर्मियों में शरीर को ठंडा करने में मददगार
वुड एपल गर्मियों में ठंडा करने में मददगार होता है। इसे ठंडी शरबत के रूप में लेने से शरीर में ताजगी बनी रहती है।
खून की सफाई करने में मददगार
वुड एपल में विटामिन सी की अधिक मात्रा पाई जाती है जो आपके शरीर के खून को साफ करती है।
संक्रमण से लड़ने में मददगार
वुड एपल में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं जो आपको संक्रमण से लड़ने में मदद करता हैं।
बाबासीर में फायदेमंद
बवासीर की स्थिति में मलाशय के आसपास वाली नसों में सूजन आ जाती है और दर्द बना रहता है। बवासीर होने की मुख्य वजह में कब्ज की समस्या और लो फाइबर डाइट भी शामिल हैं कब्ज का इलाज करने और अच्छे फाइबर स्रोत के लिए बेल का सेवन किया जा सकता है। यह बवासीर से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है।