नई दिल्ली: 16 जनवरी को WhatsApp के नए पॉलिसी में बदलाव को 15 मई के लिए टाल दिया गया है। अपने इस नए बदलाव को लेकर व्हाट्सएप को भारत सहित विश्व स्तर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पूरी दुनिया में इस बात की चर्चा हो रही है कि व्हाट्सएप उपभोक्ताओं को डेटा को अपनी मूल कंपनी फेसबुक के साथ साझा कर सकती है। भारत में व्हाट्सएप इसलिए महत्वपूर्ण है कि यह सबसे बड़े बाजारों में से एक हैं। भारत में व्हाट्सएप के यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से भी अधिक है।
WhatsApp के नए पॉलिसी में बदलाव को लेकर दी जानकारी
व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि प्रयोगकर्ताओं के लिए नीतिगत अपडेट की शर्तों पर अपनी मंजूरी देने की तिथि को आगे बढ़ाया जा रहा है। व्हाट्सएप ने कहा किसी का भी अकाउंट 8 फरवरी को बंद नहीं होगा। व्हाट्सएप पर सुरक्षा को लेकर जो अफवाह फैल रही है हम उसको जल्द ही दूर करेंगे।
व्हाट्सएप में इस नए बदलाव को लेकर एक बहस छिड़ी हुई है। व्हाट्सएप में पिछले सप्ताह यूजर्स को इन-ऐप अधिसूचना के जरिए इन बदलावों की सूचना दी थी। व्हाट्सएप ने कहा था कि उसके मंच का इस्तेमाल जारी रखने के लिए प्रयोगर्कताओ को 8 फरवरी तक सहमति देनी होगी नहीं तो अकाउंट बंद हो जाएगा। जिसमें सिगनल ऐप को डाउनलोड करने में काफी इजाफा हुआ है।
15 मई को नया अपडेट लागू होगा
व्हाट्सएप ने कहा कि अब 15 मई को नया अपडेट आने से पहले हम अपनी पॉलिसी के बारे में लोगों की गलतफहमी को दूर करेंगे। हालांकि व्हाट्सएप ने इससे पहले भी कहा था कि उसके नई अपडेट से फेसबुक के साथ डेटा शेयर करने की नीतियों में कोई बदलाव नहीं होगा।https://www.fastkhabre.com/archives/2930
फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग मंच ने कहा ये बदलाव व्हाट्सएप पर वैकल्पिक बिजनेस फीचर्स से जुड़े हैं। इसमें हमारे द्वारा डेटा संग्रहण और उसके इस्तेमाल को लेकर और भी पारदर्शिता आएगी। इससे पहले सूत्रों में कहा था कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में व्हाट्सएप के लिए गए हालिया कदम के प्रभाव पर विचार विमर्श किया जा रहा है, वहीं व्हाट्सएप ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर सरकार के किसी भी सवाल का जवाब देने को तैयार है।