Salmonella Bacteria: अमेरिका के 37 राज्यों में साल्मोनेला इंफेक्शन का प्रकोप फैल गया है। ज्यादातर बच्चे और बुजर्ग पेट से संबंधित इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक यह बीमारी कच्चा प्याज खाने की वजह से हो रही है। साल्मोनेलोसिस एक बैक्ट्रिया से होने वाला रोग है। अमेरिकी अधिकारियों ने लोगों को आगाह किया है कि वह एक खास देश से आयातित प्याज खाने से बचें और घरों में लाल, सफेद या पीले प्याज पड़े हों तो उन्हें फेंक दें। आइए जानते हैं कि साल्मोनेला इंफेक्शन कैसे होता है, इसके लक्षण और इलाज क्या हैं।
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Salmonella Bacteria इंपोर्टेड प्याज से फैल रही बीमारी
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) ने इस सप्ताह कहा था कि चिहुआहुआ, मेक्सिको (Chihuahua, Mexican State) से इंपोर्ट की गई पूरी लाल, सफेद और पीले रंग की प्याज इस प्रकोप का कारण है। इसे प्रोसोर्स (ProSource Inc.) नामक कंपनी ने पूरे संयुक्त राज्य (US) में वितरित किया है। कंपनी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को बताया कि प्याज का आयात आखिरी बार अगस्त के अंत में किया गया था। लेकिन प्याज को महीनों तक घरों में संग्रहित किया जा है और कई बार यह कॉमर्शियल यूज में भी उपयोग हो सकती है।
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बिना स्टिकर वाले प्याज को ना खाने की सलाह (Salmonella Bacteria)
अमेरिका में उपभोक्ताओं को सलाह दी जा रही है कि वे चिहुआहुआ से इंपोर्ट और प्रोसोर्स द्वारा वितरित की गई पूरी ताजा लाल, सफेद, या पीली प्याज को न खरीदें और न ही खाएं और किसी भी पूरे लाल, सफेद, या पीले प्याज को फेंक दें, जिसमें स्टिकर या पैकेजिंग नहीं हो।
क्या है साल्मोनेला? (What is Salmonella)
साल्मोनेला बैक्टिरिया के ग्रुप का नाम है, जो आपकी आंतों को प्रभावित करती है। साल्मोनेला बैक्टिरिया जानवर जैसे अंडा, बीफ, कच्चे मुर्गों और फल-सब्जियों के साथ-साथ मनुष्यों के आंतों में भी पाया जाता है। इसके अलावा ये बैक्टिरिया सांप, कछुए और छिपकली से भी फैलता है।
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साल्मोनेला बैक्टिरिया क्यों होता है? (Salmonella Bacteria)
ये बैक्टिरिया जानवरों, मनुष्यों और पक्षियों के आंत में रहता है। यह बैक्टिरिया संक्रमित व्यक्ति के मल में रहता है। साल्मोनेला बैक्टिरिया से संक्रमित खाना खाने से ही व्यक्ति इसकी चपेट में आता है।
साल्मोनेला बैक्टिरिया से होता है टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever)
टाइफाइड साल्मोनेला बैक्टीरिया से फैलने वाली खतरनाक बीमारी है। टाइफाइड में पीड़ित व्यक्ति के पाचन तंत्र और ब्लड स्ट्रीम में साल्मोनेला बैक्टिरिया प्रवेश कर जाते हैं, जिससे डायरिया, कमज़ोरी, उलटी, बुखार और दर्द होता है। गंदे पानी, संक्रमित जूस या भोजन की वजह से साल्मोनेला बैक्टीरिया शरीर के अंदर प्रवेश करता है।
साल्मोनेला बैक्टिरिया बीमारी के लक्षण क्या क्या है?
ये साल्मोनेला संक्रमण बैक्टीरिया (Salmonella bacteria) के साल्मोनेला समूह के कारण होने वाला एक बैक्टीरियल रोग है जो आमतौर पर गैस्ट्रोनॉमिकल बीमारियों का कारण बनता है। इस बैक्टीरिया की वजह से बीमार होने वाले में डायरिया बुखार और पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसके लक्षण 6 घंटे से लेकर 6 दिन में कभी भी दिख सकते हैं।
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साल्मोनेला बैक्टिरिया का इलाज क्या है?
इस साल्मोनेला बैक्टिरिया में उलटी और डायरिया की वजह से पीड़ित के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, क्योंकि कुछ खाना या पानी पचता नहीं है। इसलिए मरीज को हल्का खाना दिया जाता है। फ्रेश जूस और इलेक्ट्रोलाइट पिलाया जाता है। ग्लूकोज़ चढ़ाया जाता है। साथ ही डॉक्टर की सलाह लेकर एंटी-बायोटिक देकर इंफेक्शन को खत्म किया जाता है।