राजस्थान के डूंगरपुर और साथ ही उदयपुर में शिक्षक भर्ती परीक्षा के उम्मीदवारों का प्रदर्शन हिंसक लगातार तीसरे दिन भी जारी है। शनिवार रात को प्रदर्शनकारियों ने खेरवाड़ा इलाके को घेर कर प्रदर्शन किया और कुछ मकानों और होटलों को आग के हवाले कर दिया। दरअसल अभ्यार्थियों यहां पर 7 सितंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन करने वाले शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को एसटी वर्ग में भरने की लगातार मांग कर रहे हैं। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में 17 साल के तरुण हरि नाम के एक लड़के की मौत हो गई। डूंगरपुर नेशनल हाईवे 8 अभी बंद है और कब तक बंद रहेगा यह अभी पता नहीं है।
नियुक्ति को लेकर किया उग्र आंदोलन
10 आईपीएस समेत दो दर्जन से ज्यादा एएसपी डूंगरपुर और उदयपुर सीमा पर मौजूद है। पुलिस बलों के साथ हालात पर काबू पाने के लिए पूरे डूंगरपुर जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। ताकि लोग सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ मैसेज यहां से वहां ना भेजें।
आज रात 11:00 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेगी। शिक्षक भर्ती 2018 के 1167 रिक्त पदों को लेकर पिछले 22 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। खाली पदों को जनजाति वर्ग के अभ्यार्थियों से भरने की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है।
इस आंदोलन में आंदोलनकारी इतने उग्र हो गए हैं के सौ से ज्यादा दुकानों पेट्रोल पंप घरों होटलों को लूटपाट कर रहे हैं। गाड़ियों को आग के हवाले भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संकट को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती का निर्णय लिया है साथ ही जयपुर से शनिवार की रात विशेष विमान से बड़े बड़े अधिकारी को उदयपुर भेजा गया है।
डूंगरपुर बांसवाड़ा प्रतापगढ़ में धारा 144 लगाई गई है कहा जा रहा है कि प्रदर्शन में कुछ बाहरी लोग घुस गए हैं और अधिकारियों को प्रदर्शनकारी से बात करने नहीं दे रहे हैं।