Prepaid Smart Metre Yojana 2021: अगले 3 साल में सरकार का लक्ष्य सभी के घरों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का है। इसके लिए प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना लाई जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट के संबंध में जब से घोषणा की है। इसके बाद से हर किसी के मन में यह सवाल जरूर उठा है कि यह Prepaid Smart Meter Kya Hai क्या है? यह कैसे काम करेंगे। इनके क्या फायदे होंगे साथ ही प्रीपेड बिजली मीटर की कीमतों, प्रीपेड मीटर के फायदे, प्रीपेड मीटर रिचार्ज, प्रीपेड मीटर कनेक्शन, स्मार्ट मीटर कैसे काम करता है, प्रीपेड मीटर इन बिहार आदि। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको प्रीपेड स्मार्ट मीटर से जुड़ी तमाम जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
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प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना क्या है (Prepaid Smart Meter Yojana Kya Hai)
नया स्मार्ट मीटर पूरी तरह प्रीपेड प्रणाली पर कार्य करेंगा, अर्थात आप अपने घर में लगे मीटर को जितना पैसा देकर रिचार्ज करायेंगें, उतनी ही बिजली आपको मिलेगी। इस सुविधा में आपको अपने मोबाइल फोन की तरह ही अपने बिजली के मीटर को रि-चार्ज करवाना होगा।आप जितने का रिचार्ज करवाएँगे आपकी बिजली रिचार्ज के अनुसार चलेगी । रिचार्ज समाप्त होते ही आपकी बिजली ऑटोमेटिक बंद हो जाएगी जैसे आपके मोबाइल में रिचार्ज खत्म होते ही आपके मोबाइल की कॉलिंग और भी अन्य सेवाएं बंद हो जाती है।
इस योजना के लागू होने के बाद न तो आपको बिजली का बिल और न ही मीटर रीडर की कोई आवश्यकता होगी, साथ ही होनें वाली बिजली की चोरी पर भी रोक लगाया जा सकेगा। ऐसे में बिजली विभाग में हो रहे वेवजह के खर्च जैसे- कागज और कर्मचारियों की भी बचत होगी| सरकार की 1 अप्रैल 2019 से 3 वर्षों में सभी मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदलनें का लक्ष्य निर्धारित किया है।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर कैसे काम करता हैं?
- Prepaid Smart Meter में एक ऐसा डिवाइस लगा रहता है, जो हमारे आसपास के मोबाइल टावर्स के माध्यम से सिग्नल बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक पहुंचाता है।
- इससे बिजली कंपनियों के दफ्तरों से मीटर की रीडिंग की निगरानी संभव हो जाती है।
- स्मार्ट मीटर दोनों कनेक्शनों प्रीपेड या पोस्टपेड पर लगाया जा सकता है।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना का उद्देश्य क्या है? (Purpose Of Prepaid Smart Meter)
- वर्तमान समय में बिजली चोरी की समस्या सबसे बड़ी समस्या बन गई है। जिसका समाधान प्रीपैड मीटर के माध्यम से किया जा सकता है।
- स्मार्ट मीटरों में चोरी करने पर बिजली विभाग को इसी आसानी से जानकरी हो जाएगी की मीटर में छेड़छाड़ की गई है, जिसका साक्ष्य भी मीटर में उपलब्ध होगा।
- इससे आने वाले समय में बिजली की दरों में भी कमी आएगी, जिससे बिजली सभी को सस्ते मे मिल सकेगी।
- बिजली वितरण में होने वाले हानि में भी इस प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना से कमी आएगी जो एक बहुत बड़ी समस्या है।
- प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटरों के लगनें से सरकारी अफसरों, जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों के द्वारा बिजली का भुगतान समय पर किया जा सकेगा, क्योकि अगर बिजली का उपयोग करनें के लिए उन्हे पहले अपनी आवश्यकता के अनुसार रीचार्ज कराना होगा।
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प्रीपेड स्मार्ट मीटर के क्या फायदे है? (Benefits Of Prepaid smart meter Yojana)
- इसमें सबसे पहले उपभोक्ता को बिजली के लिए अपनी पसंदीदा कंपनी के चुनाव करने की पूरी आजादी होगा। वह किसी भी कंपनी की बिजली सुविधा लेने को स्वतंत्र होगा।
- उपभोक्ता जितना रिचार्ज कराएगा, वह उतनी ही बिजली खर्च कर सकेगा। उसे पैसे बकाया रखने की जरूरत ही नहीं होगी।उसे उसके रिचार्ज के आधार पर 24 घंटे बिजली का मुहैया होगा।
- प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की समस्या भी खत्म हो जाएगी। ऐसा यदि कोई करता है तो विभाग के पास एक अलर्ट मैसेज जाता है और संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
- आप जितना रिचार्ज करायेंगें, उतनी ही बिजली आपको मिलेगी।
- पैसा समाप्त होते ही मीटर आपके घर की बिजली सप्लाई तत्काल बंद कर देगा।
- मीटर रिचार्ज करते ही मीटर घर के अंदर बिजली की सप्लाई जारी हो जाएगी।
- उपभोक्ता के पास बिजली का बिल नहीं आएगा, क्योंकि रिचार्ज करने के नाते उसकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
- बिजली का बिल नहीं आएगा तो उसे भरने के लिए बिजली केंद्र के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर के फायदे
- मैनुअल मीटर रीडिंग की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। यानी बिजली कर्मचारी को रीडिंग लेने घर पर आने की जरूरत भी नहीं होगी। कर्मचारी स्टेशन से ही साफ्टवेयर के जरिए आसानी से प्रत्येक घर की बिजली की खपत की गणना कर सकते हैं।
- लोगों द्धारा कटिया आदि डालने की आदत भी पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
- बिजली वितरण कंपनियों को यह फायदा होगा कि उन्हें बिजली बिल का एक बड़ा हिस्सा एडवांस में मिलेगा क्योंकि महीने की शुरुआत में अधिकांश ग्राहकों के लिए बिजली मीटर को रीचार्ज करना होगा।
- वोल्टेज कम होने या फिर बिजली सप्लाई ठप होने पर उपभोक्ताओं को शिकायत करने के लिये कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह काम अब घर में लगा स्मार्ट मीटर कर देगा। स्मार्ट मीटर सीधे ही रिमोर्ट कंट्रोल सेंटर में सिग्नल भेज देगा।
- ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बिजली के क्षेत्र में कई कंपनियों के आ जाने से हर बिजली कंपनी पर परफॉर्मेंस के लिए दबाव रहेगा।
- उनके बीच किफायती दरों पर अच्छी सेवा उपलब्ध कराने की भी कंपटीशन रहेगी, जिसका सीधा फायदा ग्राहकों को होगा।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के नुकसान क्या हैं? (Prepaid Smart Meter Yojana Kya Hai)
- जैसा कि हमने आपको बताया कि Prepaid Smart Meter Yojana के जहां कई फायदे हैं। वहीं कई नुकसान भी हैं ।
- जैसे कि उदाहरण के लिए रिचार्ज करने पर ही बिजली मिलने के कारण ढेरों ऐसे लोग हैं जो बिजली से वंचित हो जाएंगे, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।
- अगर उनके पास बिजली रिचार्ज करने के लिए पैसे न हुए तो उसे अंधेरे में गुजर बसर करने को मजबूर होना पड़ेगा। कुछ लोगों का तर्क यह भी है कि इस क्षेत्र में निजी कंपनियों के उतरने से सेवा बेशक सुधरे, लेकिन इससे उनकी मनमानी को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर 2022 तक लगाने का लक्ष्य Prepaid Smart Meter Yojana Kya Hai
2022 के बाद बगैर रिचार्ज कराए नहीं होगी सप्लाई –आपको बता दें कि बजट घोषणा के अनुसार बिजली की चोरी रोकने के लिए आने वाली 1 अप्रैल से प्रत्येक घर में प्रीपेड मीटर लगाना अनिवार्य हो जायेगा । केंद्र सरकार ने 2022 का लक्ष्य रखा है, जिसके बाद लोगों को बिना मीटर को रिचार्ज कराए घर में बिजली की सप्लाई नहीं मिलेगी। यह भी माना जा रहा है कि एक मीटर के लिए उपभोक्ता को करीब दो हजार रुपए का भुगतान करना होगा।
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उपभोक्ता की आवश्यकता के अनुसार सिंगल फेज से लेकर थ्री फेज मीटर लगाए जाएंगे। दोस्तों, आपको यह भी बता दें कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ट्रायल के तहत चार साल पहले प्रीपेड बिजली मीटर लगाए गए थे। अब सबको बदलकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
वही बिजली मंत्रालय ने अपने नोटिफिकेशन में ये कहा है कि दिसंबर 2023 तक सभी ब्लॉक लेवल सरकारी दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगा दिया जाएगा। नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि राज्य बिजली आयोग इस डेडलाइन को दो बार और अधिकतम 6 महीने के लिए बढ़ा सकते हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें वाजिब कारण भी बताने होंगे। नोटिफिकेशन के मुताबिक, धीरे-धीरे पूरे देश में मार्च 2025 तक प्रीपेड स्मार्ट मीटर लग जाएंगे।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर का खर्च (Expense Prepaid Smart Meter)
- प्रीपेड स्मार्ट मीटर के खर्च पर सरकार द्वारा कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, अभी तक इस मीटर की कोई कीमत निर्धारित नही की गयी है।
- इन विकल्पों के अंतर्गत इसमें एक विकल्प यह है, कि ग्राहकों को बिजली कनेक्शन के साथ स्मार्ट मीटर मिले और इसकी कीमत को बिजली की मासिक दर के साथ लिया जाए।
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2017 में 50 लाख प्रीपेड मीटर का आर्डर दिया था, जिसमें प्रति मीटर का खर्च 2,503 रूपये आया था।
- परन्तु अब पूरे भारत में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जाएंगें, इसलिये आर्डर भी बड़ा होगा।
- भारत सरकार के द्धारा दिया जाने वाला सबसे बड़ा आर्डर करीब 30 करोड़ मीटर का होगा।
- इसलिये सरकार ने नये प्रीपेड मीटर की अनुमानित लागत 2000 रूपये प्रति मीटर है।
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प्रीपेड स्मार्ट मीटर को ऐप से कनेक्ट होने की सुविधा (Bijli Smart Metre App)
- आपके पास प्रीपेड स्मार्ट मीटर के एप Bijli Smart Meter App
से कनेक्ट होने भी सुविधा रहेगी। - आपको बस यह एक एप डाउनलोड करना होगा, जो कि Google play store पर आसानी से उपलब्ध है।
- इस एप के जरिए आपके लिए मोबाइल से ही मीटर की निगरानी संभव हो सकेगी।
- एप पर बिजली के उपभोग की रीडिंग आ सकती है।
- आप जान सकते हैं कि आपका मीटर तेज चल रहा या धीमे। जब चाहे आप रीडिंग जानकर मीटर सही है या गलत यह जान सकते हैं।
- इसके साथ ही एप आपको एलर्ट भी करता रहेगा कि मीटर तेज चल रहा या धीमे।
- यदि कहीं कोई fault हो तो भी आसानी से उसकी जानकारी मिल सकेगी।
- इसके साथ ही उस fault को दूर किया जाना संभव होगा। इसी के साथ बिजली विभाग भी बिजली चोरी पर नजर रख सकेगा।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी (Prepaid Smart Meter Yojana Kya Hai)
- भारत सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, जिस भी यूनिट में अर्बन कंज्यूमर यानी शहरी उपभोक्ता 50 परसेंट से ज्यादा होंगे, और AT&C नुकसान 15 परसेंट से ज्यादा होगा, वहां 2023 तक स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
- अन्य जगहों पर यह 2025 तक लगा दिया जाएगा।
- AT&C का मतलब हुआ-सकल तकनीकी और वाणिज्यिक (Aggregate technical and commercial) नुकसान। जो खराब या अपर्याप्त बुनियादी ढांचे से या बिजली की चोरी या बिलों के भुगतान नहीं होने की वजह से होती हैं।
- जिन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क कमजोर है या फिर है ही नहीं, उन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति मौजूदा मीटरों के जरिए बहाल रखने को लेकर संबंधित क्षेत्रों में राज्य विनियामक आयोग अंतिम फैसला लेंगे।
FAQ
प्रीपेड स्मार्ट मीटर क्या है? Prepaid Smart Meter Yojana Kya Hai
ये प्रीपेड स्मार्ट मीटर ठीक उसी तरह से काम करता है जैसे प्रीपेड मोबाइल, मतलब जितना पैसा उतनी बिजली, हालांकि देश के कई हिस्सों में प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल होता है। जिसे रिचार्ज करना होता है। केंद्र सरकार के दफ्तरों, इंडस्ट्रियल यूनिट्स में प्रीपेड मीटर लगने के बाद इसे देश भर में लागू किया जाएगा। सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे। बिजली मंत्रालय की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक कृषि को छोड़कर सभी जगह प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर कहां नहीं लगाए जाएंगे?
कृषि मे
प्रीपेड स्मार्ट मीटर कब तक पूरे देश में लग जाएगा?
2025 तक
बिहार बिजली स्मार्ट मीटर ऐप कैसे डाउनलोड करें ?
इसके लिए सबसे पहले आपको गूगल प्ले स्टोर पर जाना है और Bihar Bijli Smart Meter लिखकर सर्च करना है आपके सामने एक पेज आ जाएगा जिसे आप को डाउनलोड कर लेना है।
स्मार्ट मीटर लगाने का उद्देश्य क्या हैं?
भारत सरकार ने बिजली कंपनियों को बिजली चोरी रोकने के लिए भारत के सभी राज्य में घर -घर स्मार्ट लगाने के निर्देश दिए हैं।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने में कितना खर्च आएगा?
करीब 2000 रु