भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार इमरती देवी। इन दिनों काफी सुर्खियों में है। पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा पूर्व कैबिनेट मंत्री इमारती देवी का मजाक उड़ाते हुए। उन्हें आइटम बताया। कमलनाथ ने डबरा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, वह है क्या में उसका नाम क्यों लू आपको मुझे सतर्क करना चाहिए था।
इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐतराज जताया।
इन नेताओं के बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासी हंगामा छा गया। इमरती देवी के सम्मान में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को भोपाल में सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक 2 घंटे के लिए मौन धरना देंगे। जिसका नेतृत्व पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंघानिया करेंगे।
आपको बता दें कि इमरती देवी उन पूर्वी विधायक में से एक हैं। जिन्होंने कुछ ही महीने पहले कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थी। इमरती देवी को सिंधिया का बहुत बड़ा समर्थक माना जाता है। इमरती देवी पहले कमलनाथ सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री थी।
इमरती देवी डबरा विधानसभा से उपचुनाव के लिए गुरुवार को अपना नामांकन भरा है। जो बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही है। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर को उपचुनाव है।
अपने बयान पर कमलनाथ ने क्या दी सफाई ।
मध्य प्रदेश के कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गलत शब्द के इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा है, कि चुनाव में 15 दिन बचे हैं, और उसके जीतने के लिए शब्द के अर्थ को बदलने की कोशिश की जा रही है।
कमलनाथ का दावा है कि लोकसभा और विधानसभा में कार्य सूची को आइटम नंबर लिखा जाता है। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में भी आइटम नंबर ही लिखा जाता है। उसने अपने बयान में कहा कि, मध्य प्रदेश की जनता खून के घूंट पी रही है। उसमें आंसू पोछने की वजह आपकी पार्टी मेरे कोक पीने को मुद्दा बना रही है।
कमलनाथ ने अपने बयान में यह भी कहा कि, जनता पूछ रही है कि 2018 में 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया गया था। इन सब को छोड़कर शिवराज सिंह चौहान कह रहे हैं। कमलनाथ में आइटम कहा।