PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ार्म करेंगे लॉन्च, जानिए ई-रूपी क्या है, इसका इस्तेमाल कहां-कहां किया जाएगा

PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ार्म करेंगे लांच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज शाम 4.30 बजे e-RUPI लॉन्च करने जा रहे हैं। ये e-RUPI, NPCI द्वारा विकसित एक प्रीपेड ई-वाउचर (e-Voucher) है। पीएम मोदी ने हमेशा डिजिटल इनिशिएटिव की हिमायत की है। इतना ही नहीं, लीक-प्रूफ तरीके से सभी तरह के लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए अब तक कई कार्यक्रम भी शुरू किए जा चुके हैं। ‘ई-रुपी’ डिजिटल भुगतान के लिए कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है।

PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ार्म करेंगे लॉन्चनेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से इसे विकसित किया है। e-RUPI, बिना किसी फिजीकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सर्विस प्रोवाइडर के साथ सर्विस के स्पॉन्सर को जोड़ता है।

PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म करेंगे लांच e-RUPI क्या है?

PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ार्म करेंगे लॉन्चअब समझते हैं कि ये e-RUPI क्या चीज है। दरअसल ये एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस तरीका है। यह एक QR code या SMS स्ट्रिंग बेस्ड ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर भेजा जाता है। इस वन टाइम पेमेंट मैकेनिज्म के यूजर्स को वाउचर रिडीम करने के लिए सर्विस प्रोवाइडर पर किसी कार्ड, डिजिटल पेमेंट ऐप या इंटरनेट बैंकिंग को एक्सेस करने की जरूरत नहीं होगी।

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e-RUPI यह भी सुनिश्चित करता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सर्विस प्रोवाइडर को पैमेंट किया जाए। प्री-पेड नेचर का होने की वजह से ये सर्विस प्रोवाइडर को बिना किसी मध्यस्थ की भागीदारी के समय पर भुगतान का आश्वासन देता है। वेलफेयर सर्विस की लीक-प्रूफ डिलीवरी (Leak-Proof Delivery) सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक क्रांतिकारी पहल होने की उम्मीद है।

PM मोदी आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ार्म करेंगे लॉन्च इसका इस्तेमाल कहां-कहां करें

इस e-RUPI का इस्तेमाल सरकारी योजनाएं जैसे आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, खाद सब्सिडी, जच्चा-बच्चा योजना, सरकारी पोषण सहायता, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों दवाओं और निदान के तहत दवाएं और पोषण सहायता प्रदान करने के लिए योजनाओं के तहत सर्विस देने के लिए भी किया जा सकता है। यहां तक ​​कि निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में इन डिजिटल वाउचर का लाभ उठा सकता है। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर भी अपने वर्करों के लिए e-RUPI की सेवाओं के लाभ उठा सकेगा।

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e-RUPI डीजिटल करेंसी से अलग

केंद्र सरकार केंद्रीय बैंक RBI की डिजिटल करेंसी लाने की योजना पर काम कर रही है और e-RUPI की लांचिंग से देश में डिजिटल पेमेंट्स इंफ्रा में डिटिजल करेंसी को लेकर कितनी क्षमता है, इसका आकलन किया जा सकेगा। इस समय जिस रुपये को हम सभी लेन-देन के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह ई-रूपी के लिए अंडरलाइंग एसेट का काम करेगा। ई-रूपी की जो विशेषताएं हैं, वह इसे वर्चुअल करेंसी से भिन्न बनाती है और यह एक तरह से वाउचर आधारित पेमेंट सिस्टम की तरह है।