अन्नपूर्णा दूध योजना स्कीम 2022 : राजस्थान में सरकार द्वारा कुपोषण को लेकर काफी सजगता से योजनाएं शुरू की गई है। राजस्थान सरकार का अथक प्रयास जारी है कि राज्य में कोई भी शिशु कुपोषण का शिकार ना हो। इसके लिए सरकार ने स्कूली छात्रों को “अन्नपूर्णा दूध योजना” के तहत दूध वितरण करना सुनिश्चित किया गया है। सरकार द्वारा पहले से ही मिड डे मील के जरिए स्कूली बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जा रहा है। मिड डे मील के भोजन के दौरान, सप्ताह में छह दिन दोपहर का भोजन दिया जाता है। अब दूध योजना के तहत सप्ताह में तीन दिन दूध वितरण किया जाएगा।
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Rajasthan Annapurna Doodh Yojana अन्नपूर्णा दूध योजना स्कीम 2022
मिडडेमील योजना के तहत सप्ताह में छह दिन बच्चों को दोपहर का खाना स्कूलों में निःशुल्क खिलाया जाता है ।अब अन्नपूर्णा दूध योजना के अंतर्गत सप्ताह में तीन दिन बच्चों को दूध पिलाए जाने की व्यवस्था की गई है । सभी स्कूलों में दूध सुबह प्रार्थना सभा के बाद बच्चों में वितरित किया जाता है।
शहरी स्कूलों में दूध सोमवार, बुधवार और शुक्रवार तथा ग्रामीण परिवेश में मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को प्रार्थना सभा के बाद सभी बच्चों को पीने के लिए दिया जाता है । बच्चों को दिये जाने वाले इस दूध की गुणवत्ता का भी विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है ।उदाहरण के तौर पर प्रति 100 मिली लीटर दूध में प्रोटीन 3.2ग्राम, वसा 3ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 4.6ग्राम होना ज़रूरी है । सरकार ने यह निश्चित किया है कि दूध की गुणवत्ता लैक्टोमीटर द्वारा जांची जाएगी।
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अन्नपूर्णा दूध योजना क्या है ? Annapurna Dudh Yojana in Hindi
इस अन्नपूर्णा दूध योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों को सरकार द्वारा स्कूलों में ही मुफ्त दूध पिलाने की व्यवस्था की गई है ।जिसमें पहली कक्षा से लेकर पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को 150 मिली लीटर दूध और छठी कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों को 200 मिली लीटर दूध स्कूलों में ही पिलाए जाने की व्यवस्था की गई है ।
Annapurna Dudh Yojana 2022 highlight
योजना का नाम | अन्नपूर्णा दूध योजना |
कब शुरू हुई ? | 2 जुलाई, 2018 |
किसने शुरू की ? | वसुधंरा राजे में |
कौन से राज्य में है यह योजना | राजस्थान |
कौन सी कक्षा के बच्चों को दूध मिलेगा ? | कक्षा 1 से 8 तक के राजकीय स्कूल के बच्चे |
कितना दूध मिलेगा ? | कक्षा 1 से 5 तक 150 ml, कक्षा 6 से 8 तक 200 ml |
कितने दिन दूध मिलेगा ? | सप्ताह में तीन दिन |
राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना का उद्देश्य
- राजस्थान सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों में दुग्ध योजना के तहत बच्चों को सप्ताह में 3 दिन 100ml गर्म दूध पिलाया जायेगा।
- अन्नपूर्णा दूध योजना स्कीम 2022 का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक तत्वों की भरपूर पूर्ति करना हैं। साथ ही इस योजना से बच्चों के नामांकन, उपस्थिति में वृद्धि, ड्रॉप आउट को रोकना व बच्चों के पोषण स्तर में वृद्धि करना है।
- बच्चों को दूध पिलाने से पहले सरकार द्वारा दूध की गहनता से जांच की जाती है।
- नियमानुसार दूध के प्रति 100 मिली में प्रोटीन-3.2 ग्राम, वसा 3 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 4.6 ग्राम होना आवश्यक है।
- दूध की उचित मात्रा तथा गुणवत्ता की जांच लेक्टोमीटर से की जाएगी।
- बच्चों को दूध पिलाने में किसी तरह की लापरवाही को अंजाम नहीं दिया जा सके इसके लिए सरकार ने उचित प्रबंध करते हुए रोज एक अध्यापक, एक अभिभावक व स्कूल प्रबंधन समिति सदस्य द्वारा पोषाहार तथा दूध को चखा जाना अनिवार्य किया है।
- दूध की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी व सहकारी डेयरी के अधिकारियों से नियमित जांच करवाना जरूरी होगा।
- इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास करना है ।
- इस योजना के तहत राज्य के लगभग 60 लाख बच्चों को लाभ मिलेगा।
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राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना के लाभ annpurna dudh Yojana Rajasthan
- राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध पीने के लिए दिया जाएगा ।
- छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को 200 मिलीलीटर दूध सरकारी स्कूलों में निश्चित दिनों में पीने के लिए दिया जाएगा।
- मिडडेमील योजना के अंतर्गत सप्ताह में छह दिन दोपहर का भोजन बच्चों को मुफ्त दिया जाता है।जबकि दूध सप्ताह में तीन दिन दिया जाएगा।
- इस योजना से विशेष रूप से उन बच्चों को लाभ मिल रहा है जिनके माता- पिता गरीब हैं ।
- इस योजना से बच्चों की उपस्थिति में भी वृद्धि होगी साथ ही साथ उनके पोषण स्तर में भी वृद्धि होगी ।
राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना का हेल्पलाइन नंबर
complaint no. related to milk scheme- राजस्थान सरकार ने सरकारी स्कूलों में दुग्ध योजना को किसी भी लापरवाही से होने वाले नुकसान से बचने के लिए, शिकायत तथा समाधान हेतु हेल्पलाइन नंबर 0141-2711964 जारी किए हैं। योजना से संबंधित किसी भी शिकायत तथा समाधान के लिए अभिभावक या शिक्षक राजस्थान सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
FAQS
Q : अन्नपूर्णा दूध योजना क्या है?
Ans. राजस्थान सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे छोटे बच्चों को सप्ताह में 3 दिन दूध पिलाने की सक्रिय योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत छोटे बच्चों को सप्ताह में 3 दिन 100ml गर्म दूध वितरण किया जाएगा। इस योजना को अन्नपूर्णा दूध योजना का नाम दिया गया है।
Q : अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत कब हुई?
Ans: अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत 2 जुलाई 2018 में हुई।
Q: अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत किसने की है?
Ans: वसुधंरा राजे द्वारा