आइए जानते हैं हम लोग आज मखाने के बारे में मखाना एक प्रकार का ड्राई फ्रूट है। जिसे भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है। हर लोग इसे अपने पसंद के हिसाब से खाते हैं। कुछ लोग इसे घी के साथ फ्राई करके खाते हैं। तो कुछ लोग भून कर खाते हैं बहुत लोग तो इससे खीर बनाकर इस्तेमाल करते हैं।
कुछ लोग तो इसे खीर बनाकर इस्तेमाल करते हैं। यह बहुत फायदेमंद भी होता है। आपको जानकर बहुत हैरानी होगी कि यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। सबसे अहम जानकारी तो यह है कि भारत में इसका इस्तेमाल लोग व्रत में करते हैं। व्रत में इसका इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद होता है।
आइए जानते हैं इसके उपयोग और इसके बारे में विस्तार से
मखाना एक प्रकार का बीज है जिसे कमल का बीज कहा जाता है। ये एक प्रकार का पौष्टिक खाद पदार्थ है इसे दुनिया में कई नामों से जाना जाता है। जैसे गोर्गन नट, मखाना,फॉक्स नट,लोटस सीड यह कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जो सेहत के लिए अत्यंत ही फायदेमंद होता है। एक शोध के अनुसार मखाने में एंटीऑक्सीडेंट एंटी टयूमर और एंटी इन्फ्लेमेटरी मौजूद होते हैं।
सबसे पहले जानते हैं इसकी खेती कहां होती है
मखाने की खेती का 75%उत्पादक सिर्फ बिहार में होता है। बिहार के दरभंगा में इसका उत्पाद ज्यादा होता है। परंतु बिहार के इलावा बंगाल,असम,उड़ीसा जम्मू कश्मीर,मध्य प्रदेश और मणिपुर मे भी इसकी खेती होती है। लेकिन व्यवसायिक स्तर पर इसकी खेती अभी सिर्फ बिहार में ही होती है। लेकिन इसको अब सरकार बिहार के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी इसकी खेती को बढ़ावा देने के बारे में विचार कर रही है।
आइए जानते हैं मखाना खाने से क्या फायदा होता है
जोड़ों के दर्द में यह काफी लाभकारी होता है। मखाने में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे रोजाना इस्तेमाल करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। दिल की गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों में यह लाभकारी है।पाचन तंत्र को ठीक रखने में यह काफी मददगार है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। खाना आसानी से बचाया जा सकता है।गठिया और जोड़ों के दर्द में भी राहत दिलाता है।इसके रोजाना इस्तेमाल से किडनी को बहुत लाभ होता है।प्रेगनेंसी के दौरान शरीर को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है मखाना इस पौष्टिक आहार की कमी को पूरा कर सकता है।