भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने आज एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। अपने प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी 49 से 10 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। इसे दोपहर में 3.02 मिनट पर लांच किया गया। PSLV-C49 देश के राडार इमेजिंग उपग्रह और 9 अन्य विदेशी उपग्रह को लेकर रवाना हुआ।
ईओएस 01 अर्थ ऑब्जर्वेशन रिसेट सेटेलाइट का ही एक उन्नत संस्करण है। इसमें सिंथेटिक अपचर्र रडार लगा है। जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी पर नजर रख सकता है।
सेटेलाइट की लॉन्चिंग के लिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर में शुक्रवार दोपहर को उल्टी गिनती शुरू हुई थी। भारत का पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल अपने 51वें अभियान अन्य देशों के 9 सैटेलाइटों के साथ भारत के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह EOS-01(Earth observation satellite EOS -01) को लेकर लांच हुआ।
सेटेलाइट की खासियत
इस सेटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत है, कि इससे बादलों के बीच भी पृथ्वी को देखा जा सकता है, और धरती की स्पष्ट तस्वीर खींची जा सकती है। इस सेटेलाइट की मदद से भारतीय सेना अपनी सीमाओं पर निगरानी के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर रख सकेगी।
इस मिशन के तुरंत बाद इसरो दिसंबर में GSAT-12R कम्युनिकेशन सैटेलाइट को PSLV-C50 रॉकेट से लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस सफर लॉन्चिंग के लिए इसरो को बधाई दी है। मोदी ने एक ट्वीट में लिखा “मैं इसरो और भारत के अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी 49 ईओएस-01 अभियान की सफल लॉन्चिंग के लिए बधाई देता हूं। हमारे वैज्ञानिक ने समय सीमा पूरी करने के लिए कई बाधाओं को पार किया”।
नॉर्वे में रहने वाले उइगर मामलों के विशेषज्ञ अब्दूवेली अयूप ने एक इंटरव्यू में कहा चीन सरकार ने अपने नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान, तुर्की और दुबई में उइगरों के बीच अपने जासूस बना रखे है। ऐसे ही जबरन बनाए गए एक उइगर जासूसी युसूफजान अमेत की इस्तांबुल में हत्या करा दी गई। मैं अमेत को कई सालों से जानता था। उसने ही उइगरों पर देश के बाहर हो रहे अत्याचारों के संबंध में पूरी जानकारी दी थी।