हिन्दी दिवस 2021(Hindi Diwas 2021) | हिंदी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है जाने इसका इतिहास

Hindi Diwas 2021: हिंदी हिंदुस्तान की भाषा है। राष्ट्रभाषा किसी भी देश की पहचान और गौरव होती है। हिंदी हिंदुस्तान को बांधती है। इसके प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। हर साल 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस 2021 (Hindi diwas) बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारतियों के लिए बेहद खास होता है। जिसका सम्मान करना देशवासियों का कर्तव्य हैं। माना कि भाषा भावनाओं को व्यक्त करने का एक मात्र साधन हैं लेकिन इस साधन में वो बल हैं जो दुनियाँ को बदल सकता हैं।विभिन्नताओं के बीच एक भाषा ही है, जो एकता का आधार बनती हैं और हम सभी को इस एकता के साधन का सम्मान करना चाहिये। हिंदी हमारी मातृभाषा हैं जिसे सम्मान देना हमारा कर्तव्य हैं।

Hindi Diwas 2021भारत में हिंदी दिवस हिंदी का विकास करने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। भारत एक ऐसा देश है, जहाँ पर बहुत अधिक संस्कृतियाँ पायी जाती हैं। इन सांस्कृतिक भिन्नता की वजह से कई तरह की भाषाएँ भी सम्मिलित होती है। चूँकि इतनी भाषाओँ के होने की वजह से यहाँ के औपचारिक कार्यों में यह तय कर पाना कठिन हो जाता है कि किस भाषा में सभी औपचारिक कार्य किये जाएँ।

इसे भी पढ़ें: Notebook Making Business in Hindi | कॉपी बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें

हिंदी दिवस 2021 ( Hindi Diwas) का मुख्य मकसद हिंदी को अंतरराष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिलाना और प्रचार प्रसार करना है। साथ ही हिंदी को जन-जन तक पहुंचाना है। वर्तमान समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विश्व पटल पर हिंदी भाषा में भाषण देते हैं। इससे पहले दिवगंत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण दिया था। इ वजह से हिंदी को एक मुख्य भाषा के रूप में स्थापित करने की कोशिश की गयी है।। यहाँ पर हिंदी और हिंदी दिवस से सम्बंधित सभी जानकारी दी जा रहा है।

हिंदी का महत्व (Hindi Importance)

हमारे देश में हिंदी का बहुत अधिक है। भारत में हिंदी दरअसल एक तरह से एकता का प्रतीक है। अंग्रेजों से स्वतंत्रता की लड़ाई के समय भी लोगों को एकजुट होने में हिंदी ने अपना बहुत बड़ा योगदान निभाया था। इस समय पूरे भारत में हिंदी बोली जाती थी। महात्मा गाँधी ने भी हिंदी के प्रसार प्रचार पर जोर देने की बात कही थी। भारत की स्वतंत्रता के बाद इस भाषा के विकास के लिए कई विद्वानों ने कार्य किया।

हिंदी दिवस का इतिहास (Hindi Diwas History in hindi)

भारत देश कई विधाओं का मिश्रण हैं। उनमे कई भाषाएं बोली जाती है। इन सभी भाषाओँ में हिंदी को देश की मातृभाषा का दर्जा दिया गया। आज यह दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक हैं। इसे सम्मान देने के लिए प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस और राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता हैं। 14 सितम्बर 1949 को आजादी के बाद हिंदी को देश की मातृभाषा का गौरव प्राप्त हुआ। उसी की याद में 1953 में निर्णय लिया गया, जिसके फलस्वरूप  प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिंदी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है। यही इस भाषा की पहचान भी है कि इसे बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती।

भारत में हिंदी दिवस कब मनाया जाता है (Bharat mein Hindi diwas kab manaya jata hai)

Hindi Diwas 2021हिंदी दिवस (Hindi diwas 2021) और विश्व हिंदी दिवस (International Hindi diwas)दो अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। वहीं, हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेन्द्र सिंह ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके संघर्ष और मेहनत की वजह से हिंदी राष्ट्रभाषा बन सकी। व्यौहार राजेन्द्र सिंह का जन्म 14 सितंबर, 1900 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ था।

इसे भी पढ़े: Ford Motor Company भारत से अपना बिजनेस करेगी बंद | ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ड की चेन्नई-गुजरात से मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स होंगी बंद

सविंधान सभा ने उनके अथक प्रयास पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए 14 सितंबर, 1949 को सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि हिंदी ही देश की राष्ट्रभाषा होगी। इस दिन व्यौहार राजेन्द्र सिंह का 50 वां जन्मदिन भी था।  हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने में काका कालेलकर, मैथिलीशरण गुप्त, हजारीप्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविन्ददास की भी अहम भूमिका रही है।

हिंदी दिवस 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है

  • भारत के संविधान में 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को देवनागरी लिपि के साथ भारतीय गणतंत्र का औपचारिक माना गया था।
  • 26 जनवरी 1950 के दौरान भारत में संविधान पारित हुआ।
  • और फिर हिंदी को औप्चारिक भाषा के रूप में स्थापित किया गया। इ
  • बात का जिक्र भारतीय संविधान के आर्टिकल 343 में किया गया है।
  • आज भी केंद्र सरकार के अधीन हिंदी और इंग्लिश दो ही औप्चारिक भाषाएँ हैं।

हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इसका मुख्य उद्देश्य वर्ष में एक दिन इस बात से लोगों को रूबरू कराना है कि जब तक वे हिन्दी का उपयोग पूरी तरह से नहीं करेंगे तब तक हिन्दी भाषा का विकास नहीं हो सकता है। इस एक दिन सभी सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिन्दी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा जो वर्ष भर हिन्दी में अच्छे विकास कार्य करता है और अपने कार्य में हिन्दी का अच्छी तरह से उपयोग करता है, उसे पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया जाता।

कई लोग अपने सामान्य बोलचाल में भी अंग्रेज़ी भाषा के शब्दों का या अंग्रेजी का उपयोग करते हैं, जिससे धीरे धीरे हिन्दी के अस्तित्व को खतरा पहुँच रहा है। जिस तरह से टेलीविजन से लेकर विद्यालयों तक और सोशल मीडिया से लेकर निजी तकनीकी संस्थानों एवं निजी दफ्तरों तक में अंग्रेजी का दबदबा कायम है । उससे लगता है कि अपनी मातृभाषा हिन्दी धीरे–धीरे कम और फिर दशकों बाद विलुप्त ना हो जाये।

हिंदी दिवस कैसे मनाया जाता है?

इस दिन दुनियाभर में भारत के दूतावासों में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। जहां, हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। साथ ही कई स्कूल, कॉलेज में उत्साह से  हिंदी दिवस मनाया जाता है। कई लोग हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के महत्व के बारे में बात करने के लिए आगे आते हैं। स्कूल मे हिंदी दिवस पर कविता और कहानी कहने वाली प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेजबानी करते हैं।

इसे भी पढ़ें: चमकी बुखार क्या है जानें इसके लक्षण और इलाज | बिहार में चमकी बुखार होने का मुख्य कारण

Hindi Divas Slogan And Quotes 2021 in Hindi

  • जब तक सूरज-चांद रहेगा, हिंदी तेरा नाम रहेगा।
  • एकता ही है देश का बल, जरूरी है हिंदी का संबल।
  • हिंदी का विकास, देश का विकास
  • करो हिंदी का मान, तभी बढ़ेगी देश की शान
  • प्रेम का दूजा नाम हैं हिंदी
  • न करो हिंदी की चिंदी, हिंदी तो है देश की बिंदी
  • हिंदी भाषा का अपना महत्त्व, इसमें है अपनत्व
  • हमारे देश की पहचान, हिंदी भाषा पर है अभिमान
  • विचारों को व्यक्त करें, हिंदी में संवाद करें
  • भारत का बढ़ेगा मान, जब देशवासी करेंगे हिंदी का सम्मान
  • हिंदी भाषा पर दें जोर, बढ़े व्यक्तित्व विकास की ओर

Hindi Diwas shayari in hindi 2021

संस्कृत की एक लाड़ली बेटी है ये हिन्दी
बहनों को साथ लेकर चलती है ये हिन्दी
सुंदर है, मनोरम है, मीठी है, सरल है
ओजस्विनी है और अनूठी है ये हिन्दी
भारत के गाव की शान हिंदी
हिन्दुस्तान की शक्ति हिंदी
मेरे हिन्द की जान हिंदी
हर दिन नया वाहन हिंदी।
हिन्दी मेरा इमान है हिन्दी मेरी पहचान है
हिन्दी हूँ मैं वतन भी मेरा प्यारा हिन्दुस्तान है।
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हिंदी दिवस पर हमने ठाना है,
लोगों में हिंदी का स्वाभिमान जगाना है,
हम सब का अभिमान है हिंदी,
भारत देश की शान है हिंदी।
हिंदी है मातृभाषा सभी इसे जरूर अपनाएँ,
अपने बच्चों को हिंदी पढ़ना जरूर सिखाएँ।
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top