काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित महिला महाविद्यालय में सांख्यिकी की सहायक आचार्य .सुपर्णा बासु का चयन वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त Fulbright scholarship 2023-24 के लिए किया गया है। डॉ. सुपर्णा के अभी तक 110 रिसर्च पेपर इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश हो चुके हैं। वो सांख्यिकी पर लगातार काम कर रही हैं। ये फेलोशिप मिलने के बाद अब वो मेसाच्युसेट्स स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ बेंटले में अमेरिकन गणितज्ञ प्रो. टोनी के साथ एक साल तक रिसर्च करेंगी। प्रोफेसर टोनी ने अमेरिकन स्टैटिस्टिकल एसोसिएशन के फेलो, IEEE तथा अंतर्राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान के निर्वाचित सदस्य भी हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की फैकल्टी मेंबर डॉ. सुपर्णा बसु को प्रतिष्ठित फुलब्राइट-नेहरू पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च फेलोशिप 2022-23 के लिए चुना गया है। बीएचयू के महिला महाविद्यालय में सांख्यिकी की सहायक प्रोफेसर बसु को 1 फरवरी से फेलोशिप मिलनी शुरू हो जाएगी।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार वो संयुक्त राज्य अमेरिका में वाल्थम, मैसाचुसेट्स स्थित बेंटले विश्वविद्यालय में प्रोफेसर टोनी एनजी के साथ मिलकर एक साल तक रिसर्च करेंगी। प्रोफेसर टोनी एनजी सांख्यिकीय मॉडलिंग, अनुमान, गैर-पैरामीट्रिक विधियों, विश्वसनीयता और सेंसरिंग प्रक्रियाओं के विशेषज्ञ हैं.
इन बीमारियों में कारगर होगा रिसर्च –Fulbright scholarship 2023-24
पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप के दौरान डॉ सुपर्णा स्टैटिस्टिक्स का आम आदमी की लाइफ प्रैक्टिस पर प्रभाव पर काम करेंगी. इसमें दो समान मॉडलों में होने वाले एरर के समाधान पर रिसर्च होगा. इस आकलन के बाद सटीक स्टैटस्टिक्स टेस्ट टूल तैयार किया जाएगा. स्टेटिस्टिक्स के जरिये तैयार ये टूल कार्बन फाइबर, पॉल्यूशन लेवल और प्रोस्टेट कैंसर जैसी बीमारियों पर प्रयुक्त किया जाएगा.
फुलब्राइट फैलोशिप क्या है
फुलब्राइट स्कॉलर प्रोग्राम के तहत कोई भी विभिन्न फेलोशिप, स्कॉलरशिप और पुरस्कारों का लाभ उठा सकता है। ये कृषि, कला, शिक्षा, पर्यावरण, मानविकी और सामाजिक विज्ञान, सार्वजनिक स्वास्थ्य और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पेश किए जाते हैं। यह कार्यक्रम संयुक्त राज्य अमेरिका में अध्ययन के लिए स्नातकों, स्नातकोत्तरों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों के अवसरों की सुविधा प्रदान करता है। फुलब्राइट स्कॉलरशिप के माध्यम से, चयनित उम्मीदवार ट्यूशन फीस और रहने की लागत, वीजा सहायता, विमान किराया और चिकित्सा कवर का लाभ उठा सकते हैं। आम तौर पर, हर साल फरवरी के महीने में विभिन्न फुलब्राइट फेलोशिप के लिए समय सीमा की घोषणा की जाती है और आवेदक फुलब्राइट कार्यक्रम की अपनी पसंद के अनुसार ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन फैलोशिप द्वारा 8 से 24 महीने कवर किए जाते हैं।