स्वास्थ्य मंत्रालय के सदस्य डॉ बीके पाल ने बताया कि सर्दी में कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। जिसे देखते हुए हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने त्यौहार और सर्दियों को लेकर बहुत सारी जानकारियां दी है, और लोगों को सतर्क रहने को भी कहा है। जैसा कि पता है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
वैश्विक कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 53 लाख से अधिक हो गई है। जबकि जॉन्स हापकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर मे मौत का आंकड़ा भी बढ़कर 10 लाख 42 हजार 600 से अधिक पहुंच गया है। आंकड़ों के हिसाब से अमेरिका कोरोना वायरस के प्रकोप से दुनिया का सबसे ज्यादा प्रभावित देश है, और उसके बाद भारत दूसरे स्थान पर है। 15 देश और है, जिनमें सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
कोरोना की सबसे बड़ी परीक्षा अभी बाकी है।
सर्दियों के मौसम में करोना अपना कहर फैला सकता है। जैसे कि पता है, कि दुनिया के कई हिस्से में मौसम बदल रहा है, और सर्दियां दस्तक दे रही है। इस मौसम में कोल्ड फ्लू या सर्दी जुखाम आम हो जाता है। लेकिन इस बार की सर्दी दुनिया के कई वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा रही है। बताया जा रहा है कि ठंडी हवाओं के साथ बदलते मौसम की वजह से कोरोना वायरस तेजी से फैल सकता है।
वैज्ञानिकों की आशंका है, कि उत्तरी गोलार्ध के देशों के लिए यह चिंता जताई जा रही है, कि यह पहले से ज्यादा जानलेवा होगा। ऐसा बताया जा रहा है, कि दुनिया को कोरोना वायरस से ‘सेकंड वेव’ का सामना करना पड़ सकता है। इंसानों में होने वाले हर संक्रामक रोग के उत्पन्न होने का एक खास मौसम होता है। जैसे सर्दियों में फ्लू और सर्दी जुकाम आम होता है।
गर्मियों में पीलिया बसंत में चिकन पॉक्स और मलेरिया आम होता है। इसलिए माना जा रहा है, कि कोरोना भी सर्दी में बढ़ेगा। वैज्ञानिक का कहना है, कि सर्दियों में तापमान गिरने से जब ह्यूमिडिटी में कमी आएगी। तब यह वायरस हवा में अधिक समय तक मौजूद रह सकता है। सर्दियों में लोग बंद जगह में रहते हैं,और वायरस बंद जगह में ज्यादा फैलता है।
WHO की चेतावनी
सरकार की ओर से इस वायरस को लेकर बहुत सतर्कता बरती जा रही है। वहीं डब्ल्यूएचओ ने एक बार फिर चेतावनी दी है, कि सर्दियों में यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में करोना का कहर बढ़ जाएगा। जिसमें अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी, और मृत्यु दर में भी इजाफा होगा।
आने वाले 3 महीनों में 3 मुख्य कारणों पर फोकस करना होगा। जैसे कि बच्चों का स्कूल खुल गया है। इससे बच्चों को बहुत ज्यादा सतर्कता से रखना होगा। बुजुर्गों को सर्दियों में सर्दी जुखाम से बचाना होगा। डब्ल्यूएचओ का कहना है, कि दुनिया के देशों को उनकी इस चेतावनी के मुताबिक अभी से तैयारियां करनी चाहिए।