बिहार में टीचरों के लिए आई बड़ी खबर अब बिहार में बच्चों के साथ साथ शिक्षकों की भी हाजिरी बनेगी, वो भी ऑनलाइन तरीके से। बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षकों की निगरानी अब सीधे राज्य मुख्यालय से की जाएगी।इसके लिए स्कूल में बहुत जल्द ही सभी शिक्षकों का ऑनलाइन हाजिरी बननी शुरू हो जाएगा। जिसके लिए स्कूल परिसर में उपस्थित होना जरूरी होगा। आईये जानते है क्या है ये नया सिस्टम और ये कैसे करेगा काम ?
Table of Contents
बिहार के शिक्षकों की ऑनलाइन होगी हाजिरी
दरसल बिहार के सभी शिक्षकों को अब अगस्त से ऑनलाइन हाजिरी बनानी है। इसके लिए उन्हें स्कूल परिसर में उपस्थित होना जरूरी है। शिक्षक स्कूल आने के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे।
वहीं, स्कूल से वापस जाते समय उन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एग्जिट भी करना होगा। आपको बता दे की एंट्री और एग्जिट के लिए लिंक सिर्फ आधा-आधा घंटा तक ही खुला रहेगा।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल सिस्टम
कैसे काम करेगा?
दरअसल, ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से बिहार के शिक्षकों की हाजिरी बनेगी। आपको बता दे की ये सिस्टम लाइव लोकेशन के आधार पर काम करेगा। जिसका ये मतलब है कि स्कूल परिसर से बाहर रह कर कोई शिक्षक ना तो एंट्री कर सकते है और ना ही एग्जिट कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्रों के स्कूल बैग का बोझ हुआ कम, सरकार ने एक ही किताब में डाला पूरा सिलेबस
सुबह एक निश्चित समय के बाद लिंक बंद हो जायेगा। उसके बाद आने वाले शिक्षक हाजिरी नहीं बना पाएंगे और उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा। डीइओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से कहा गया है कि – “अगस्त से शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन बनेगी। सभी शिक्षकों को मोबाइल ई-शिक्षा कोष ऐप अपलोड करने के लिए कहा गया है।”
कई स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस का ट्रायल शुरू
सभी शिक्षकों का यूजर आइडी व पासवर्ड विभाग की ओर से तैयार कर संबंधित स्कूलों को भेज दिया गया है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि एंड्रॉएड मोबाइल पर प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष सॉफ्टवेयर अपलोड करें और उस पर अपना यूजर आईडी व पासवर्ड डालकर सक्रिय कर लें।कई स्कूलों में शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस का ट्रायल भी शुरू कर दिया है।