नई दिल्ली: बॉलीवुड के महानायक अभिनेता अमिताभ बच्चन पर कौन बनेगा करोड़पति मे उनके द्वारा पूछे गए सवाल को लेकर कोर्ट में अर्जी दी गई है। यह अर्जी मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर निवासी चंद्र किशोर पाराशर ने सीजीएम न्यायालय में गुरुवार को दी है। उन्होंने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में यह अर्जी दी है।
अमिताभ बच्चन समेत बोर्ड ऑफ इंटरटेनमेंट टेलीविजन के चेयरमैन मनजीत सिंह और मैनेजिंग डायरेक्टर सीईओ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन एनपी सिंह सोनी इंटरनेशनल टेलीविजन के मालिक पर भी परिवाद दायर किया गया है।यह मामला मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कई धाराओं के आधार पर दायर किया गया है। जिसकी सुनवाई अगले महीने 3 सितंबर को होगी।
चंद्र किशोर द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि वह 30 अक्टूबर को अपने घर पर कौन बनेगा करोड़पति सीजन 12 देख रहे थे। जिसमें कार्यक्रम को अमिताभ बच्चन होस्ट कर रहे थे। उनके साथ हॉट सीट पर बैठे सवालों का जवाब देने के लिए वैजवाड़ा विल्सन थे। वह अमिताभ बच्चन के द्वारा पूछे गई सभी सवालों के जवाब अच्छे से दे रहे थे और बीच में दोनों एक दूसरे के साथ हंसी मजाक भी कर रहे थे। तभी अमिताभ बच्चन की ओर से 64 लाख के लिए एक सवाल पूछा गया। वो सवाल हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाने वाला था। किशोर का कहना है कि केबीसी के सेट पर इस तरह के सवाल जानबूझकर पूछा गया ताकि हिंदू धर्म को इससे ठेस पहुंचे।
इस सवाल को लेकर अर्जी दायर की गई
केबीसीसीजन 12 के एपिसोड में 20 अक्टूबर को अमिताभ बच्चन की ओर से एक सवाल पूछा गया था सवाल यह था कि
25 दिसंबर 1927 को डॉ भीमराव अंबेडकर के अनुयायियों ने किस धर्मग्रंथ की पर्चियां जलाई थी?
- विष्णु पुराण
- भागवत गीता
- ऋग्वेद
- मनुस्मृति
इस सवाल को लेकर चंद्र किशोर पराशर का कहना है कि यह सवाल हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाने वाला है। यह सवाल जानबूझकर शो में किया गया है ताकि हिंदू धर्म को इससे ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैंने इसी बिंदु पर मुज़फ़्फ़रपुर में परिवाद दायर किया है।