अमेरिका चुनाव के नतीजों का इंतजार खत्म

न्यूयॉर्क: अमेरिका के चुनाव के नतीजो पर सारी दुनिया की नजरे टिकी हुई है। लेकिन ऐसा भी संभव है कि हम शायद 3 नवंबर को वोटिंग के तुरंत बाद चुनाव का नतीजा ना जान सके। उत्तरी कैरोलिना के चुनावी नतीजो में कम से कम 45 मिनट की देरी हो सकती है। यहां बताया जा रहा है कि राज्य के इलेक्शन बोर्ड ने तकनीकी समस्याओं के कारण 4 मतदान केंद्रों को ज्यादा समय तक खुला रखने की बात कही है। नियम के आधार पर सभी मतदान केंद्रों पर वोटिंग खत्म होने के बाद ही वोटों की गिनती होती है। हालांकि चुनाव होते ही वहां गणना और रिजल्ट नहीं आ जाते बल्कि इसमें लंबा समय लग जाता है।

डोनाल्ड ट्रंप का बयान

चुनावी रैलियां के बीच मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में हाल में एक अजीब बयान दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव 3 नवंबर को खत्म होना चाहिए, ना कि हफ्तों बाद ट्रंप ने लगभग धमकाने के अंदाज से बात कही। उनका कहना है, कि सही चुनाव वही है।

जिसमें वोटों की गिनती तुरंत हो जाए। लंबा समय लेने पर गिनती में गड़बड़ी का डर रहता है। ट्रंप ने उन राज्यों को भी धमकाया जो उनके मुताबिक वोट काउंटिंग में समय लेने वाले हैं। ट्रंम की बात से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि जल्दी वोटिंग ना होने पर वे राज्यों को कोर्ट में घसीट सकते हैं।

इस चुनाव में खास बात यह है कि, यह चुनाव कई मायनों में खास है। क्योंकि इसमें कई चीजें बदल गई है। इस चीज में एक चीज पहली बार देखी जा रही है, कि एक अक्षेत और भारतीय अमेरिकी महिला कमला हैरिस एक प्रमुख पार्टी के टिकट पर उपराष्ट्रपति के दावेदार हैं। इस चुनाव में एक खास बात और भी है, कि दोनों उम्मीदवार की उम्र 70 साल से अधिक है। यह पहली बार है जब अमेरिकी चुनाव एक बड़ी वैश्विक महामारी के बीच चल रहा है। जिसमें देश के हर एक राज्य में लोगों की जान ली है। अमेरिका ने एक ही दिन में एक लाख कोरोना संक्रमण के मामलों का विश्व रिकॉर्ड बनाया है।

अमेरिका चुनाव को लेकर कुछ अहम जानकारियां

अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के लिए सबसे अधिक मत हासिल करना जरूरी नहीं है। बल्कि उम्मीदवार इलेक्ट्रोरल कॉलेज बहुमत के आंकड़े को 270 के पार करने का लक्ष्य को लेकर चल रहा है।

डाक मतदान में हुए अफ्रयाशित इजाफे की वजह से शुरू में आगे चल रहा है। उम्मीदवार पिछड़ भी सकता है ऐसे में नतीजे पर ध्यान देना होगा।

इस बार पहले हुए चुनावों के मुकाबले कई लाख लोगों ने डाक द्वारा मतदान किया है। जिससे डाक द्वारा आए मतपत्रों को गिनने में काफी समय लग जाता है। ऐसे में नतीजों में देरी होना स्वभाविक है।

इस बार मतदान में देरी की सबसे बड़ी वजह

अमेरिका मे चुनावी नतीजे देर से आने की एक बड़ी वजह पोस्टल बैलट है। इस बार करोना के कारण काफी सारे मतदाताओं ने वोट डाक द्वारा दिया है। जिसमें वोटिंग लिस्ट से जुड़े हर मतदाता के पास एक खाली डाक मतपत्र आता है। जहां इलेक्ट्रॉनिक तरीके से बैलेट पहुंच सके। वहां यही किया जाता है। अगर वोटर किसी कारण से इलेक्ट्रोनिक नहीं अपना सके, तो उसे डाक सेवा के जरिए मतपत्र भेजते हैं। जिसमें समय लगता है। इसके अलावा संसाधनों की कमी के कारण भी मतदान और इसकी गिनती में समय लग सकता है। जिसके कारण पेंसिलवेनिया समेत कई राज्यों में देर होना निश्चित है ।इसलिए इससे पक्की तस्वीर आने में वक्त लगेगा।

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