समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को इटावा में ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी 2022 में छोटे दलों से गठबंधन करेगी लेकिन किसी बड़े दल से कोई तालमेल नहीं करेगी। अखिलेश ने यह भी ऐलान किया कि चाचा शिवपाल यादव के लिए इटावा की जसवंतनगर की सीट सपा ने छोड़ दी है। बिहार चुनावों से सबक लेते हुए अखिलेश यादव ने 2022 यूपी चुनाव के लिए अभी से रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने चाचा की पार्टी से गठबंधन का संकेत देते हुए कहा कि अगर मिल कर चुनाव लड़े और स्थिति बनी तो चाचा शिवपाल को कैबिनेट मंत्री बनाएंगे। अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि वह यूपी चुनाव में किसी भी बड़ी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। वह चुनाव में छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे।
आपको बता दें कि 2017 का यूपी विधानसभा चुनाव सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके लड़ा था इस बार बिहार चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा है जिसको देख काफी चर्चा हो रही है।
उपचुनाव में हुए सपा की हार पर अखिलेश बोले
अखिलेश ने कहा कि हम हारे नहीं है जब चुनाव वहां के एसपी डीएम और सिपाही लड़ेंगे तो कौन जीतेगा। चुनाव भाजपा नहीं लड़ रही है। उनकी सरकार में जितने अधिकारी हैं वह चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में विकास कार्यों को लेकर भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार को जनता के सामने लेकर आएंगे।
इटावा में बनाएंगे म्यूजियम
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने इटावा में बहुत बेहतरीन सफारी का निर्माण करवाया, यमुना नदी पर पुल का निर्माण, इटावा में आधुनिक जेल का निर्माण, एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का निर्माण करवाया।उन्होंने खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का काम यश भारती सम्मान देकर किया। अब वो इटावा में म्यूजियम का निर्माण करेंगे।
अखिलेश यादव ने सभी देशवासियों को दीपावली की बधाई दी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बसपा के तीन पूर्व जिला अध्यक्ष लाखन सिंह जाटव, राघवेंद्र गौतम, जितेंद्र दोहरे, बसपा की भाईचारा कमेटी के पूर्व विधानसभा प्रभारी वीरू भदौरिया, बामसेफ के पूर्व जिला अध्यक्ष सर्वेश गौतम, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कीरत सिंह पाल समेत कई अलग-अलग पार्टी के नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।