काबुल (Kabul): अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित विश्वविद्यालय पर सोमवार को आतंकवादी हमला हुआ। जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई और बताया जा रहा है कि 22 से ज्यादा लोग घायल हो गए है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारीख आर्यन ने कहा कि इस हमले में 19 लोग मारे गए और 22 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची सुरक्षाबलों का आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है। ऐसा बताया जा रहा है कि पूरे कैंपस को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। कैंपस के अंदर से अब भी गोलीबारी की आवाज सुनाई दे रही है। रिपोर्ट के अनुसार यह आतंकी हमला विश्वविद्यालय में तब हुआ जब विश्वविद्यालय में पुस्तक प्रदर्शनी लगी थी जिसमें ईरान के राजदूत भी पहुंचे थे।
इस हमले में हमलावर का एक समूह शामिल था। कुछ हमलावर मारे भी गए हैं। यह हमला दोपहर में हुआ है।हमला होने के बाद अफगान स्पेशल फोर्स और विदेशी कमांडो की टीम विश्वविद्यालय परिसर में पहुंच गई है। पिछले 5 घंटे से हमलावर और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है।
जानकारी से पता चला है कि विश्वविद्यालय जाने वाले रास्तों को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है। हमलावरों ने विश्वविद्यालय के छात्र को निशाना बनाया और उन पर गोली चलाई है। 5 घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान छिटपुट ग्रेनेड विस्फोट और विश्वविद्यालय के आसपास की सड़कों पर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की आवाज सुनाई दे रही है।वही अफगान सुरक्षाकर्मियों ने भी मोर्चा संभाल रखा है।
विश्वविद्यालय के एक छात्र के बयान के अनुसार
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने बताया कि उसने पिस्तौल और क्लास निकोव राइफलो से लैस आतंकवादियों को गोलियां चलाते देखा, उसके अनुसार विश्वविद्यालय की पूर्वी भाग में हमला हुआ जहां कानून एवं पत्रकारिता विभाग की पढ़ाई होती है।
हमले के वक्त विशिष्ट व्यक्तियों समेत कई लोग प्रदर्शनी मे शामिल थे। पिछले कुछ महीना पहले इस्लामिक स्टेट ने राजधानी के शिया बहुल दस्त-ए-वाचीं शिक्षण केंद्र में आत्मघाती बम हमलावर भेजा था जिसके हमले में 24 विद्यार्थी की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा विद्यार्थी घायल हुए थे। जिसके कारण अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबंध संगठनों ने शिया मुसलमानों के खिलाफ जंग का ऐलान किया था।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने इस हमले पर दुख जताया
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने विश्वविद्यालय पर हुए आतंकवादी हमले पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हेलमंद प्रांत में हारने के बाद शैक्षणिक केंद्रों पर हमला कर रहे हैं। वहीं तालिबान के साथ सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी इस हमले पर दुख जताया है।