Air India, Tata Group, Tata Sons, Ratan N. Tata, J. R. D Tata: एयर इंडिया की बोली टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा संस ने जीत ली है और 65 साल बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा समूह के पास लौट आई है। कंपनी ने इसके लिए आज शुक्रवार को सबसे बड़ी बोली लगाई। कंपनी एक बार फिर टाटा संस के पास लौटने पर एयर इंडिया, Congratulations Sir, Welcome back और #AirIndia ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है। एयर इंडिया की घर वापसी पर रतन टाटा ने भी ‘वेलकम बैक, एयर इंडिया’ ट्वीट किया, जिसे एक घंटे में डेढ़ लाख से ज्यादा बार लाइक किया जा चुका है।
Air India की घर वापसी
टाटा संस ने भारत सरकार से एयर इंडिया Air India का मालिकाना हक फिर से खरीद लिया है। टाटा संस ने सरकार से एयर इंडिया 18 हजार करोड़ रुपए में खरीदा है। एयर इंडिया के मालिकाना हक़ के लिए टाटा संस ने एयर इंडिया के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई, एयर इंडिया के लिए स्पाइस जेट के मालिक संजय सिंह ने 15 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। भारत सरकार ने एयर इंडिया की बिक्री के लिए रिजर्व प्राइस 12906 करोड़ रुपये तय किया था। केंद्र सरकार ने कहा कि टाटा संस ने सबसे अधिक बोली लगाई। दफ्तर और जमीन सरकार के पास ही रहेगी। वहीं, इसके बाद टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने एक बयान और एक तस्वीर ट्वीट कर एयर इंडिया की समूह में फिर से वापसी का स्वागत किया।
इसे भी पढ़ें: International Day of the Girl Child 2021 in Hindi | अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, जानिए इतिहास
रतन टाटा ने ट्वीट कर लिखा
ट्वीट कर एक बयान जारी करते हुए उन्होंने लिखा, ‘टाटा समूह का एयर इंडिया के लिए बोली जीतना अच्छी खबर है। हम यह स्वीकार करते हैं कि एयर इंडिया को फिर से खड़ा करने के लिए हमें बहुत मेहनत करनी होगी। लेकिन इसी के साथ-साथ विमान क्षेत्र में टाटा समूह की मौजूदगी उसे बाजार में आगे बढ़ने का मजबूत अवसर देगी।’ उन्होंने निजी क्षेत्र के लिए सरकार की हालिया नीतियों को धन्यवाद भी कहा।
रतन टाटा ने आगे लिखा, ‘भावनात्मक रूप से कहूं तो जेआरडी टाटा के नेतृत्व में एयर इंडिया ने कभी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित एयरलाइन का रुतबा हासिल किया था। टाटा के पास अब उसी छवि को दोबारा हासिल करने का मौका है। अगर वह आज हमारे बीच होते तो बेहद खुश होते। हमें सरकार का भी शुक्रिया अदा करने की जरूरत है, जो हाल ही में चुनिंदा उद्योगों को निजी क्षेत्रों के लिए खोलने की नीति लेकर आई है। वेलकम बैक एयर इंडिया।’
एक साल के बाद कर्मचारियों को निकाला तो वीआरएस देना होगा
केंद्र सरकार ने साफ किया है कि एयर इंडिया के लिए सफल बोली लगाने वाली टाटा संस (Tata Sons) को एयरलाइन के सभी कर्मचारियों को एक साल तक बनाए रखना होगा। इस अवधि के बाद अगर वह कर्मचारियों को हटाना चाहती है तो उन्हें VRS (Voluntary Retirement Scheme) की पेशकश करनी होगी।नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल (Rajeev Bansal) ने शुक्रवार को कहा कि एयरलाइंस के लिए बीड की विजेता टाटा संस एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों को बनाए रखेगा, जिसका अर्थ है कि कंपनी एक साल तक किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करेगी। इसके बाद, दूसरे साल के दौरान कंपनी अगर किसी कर्मचारी को हटाना चाहती है तो उसे वीआरएस की पेशकश की जाएगी।