वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संगठन के साल 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। नाॅवे की नोबेल कमेटी के अध्यक्ष वेरिट राइस एडरसन ने शुक्रवार को नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा की, उन्होंने बताया कि 2019 में 88 देशों के करीब 9.7 करोड़ लोगों तक वर्ल्ड फूड प्रोग्राम से सहायता पहुंची।
नोबेल शांति पुरस्कार के लिए इस साल 318 नॉमिनेशन आए थे। इनमें 211 शख्सियतों और 107 संगठन शामिल थे। जिसमें यह भी खबर आई थी, कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी नाम शामिल था।
आइए जानते हैं WFP क्या काम करता है।
WFP दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है। इस संगठन को 1961 में बनाया गया। जो भूख को खत्म करने और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने पर काम करता है। यह संस्था 219 में 88 देशों में 70 लाख करोड़ो लोगों की सहायता करने में सफल हुआ। इसमें संयुक्त राष्ट्र के देशों को युद्ध ग्रस्त क्षेत्रों में भूख को हथियार बनाने के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया है।
साल 2020 में जब दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से परेशान थी। तब WFP ने सबसे ज्यादा जरूरत को पूरा करने में जी-जान लगा दी। दुनिया में जब लोग भूख के कारण जान गवा रहे थे। तब WFP ने अपने इस अभियान को पूरा करने में तेजी कर दी।
संगठन का कहना है कि जब तक दुनिया में वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती। यही संगठन का सबसे अहम काम है। आपको बता दें, कि पिछले साल शांति का नोबेल पुरस्कार इथोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को दिया गया था इस वर्ष इस पुरस्कार के लिए कोई 211 व्यक्तियों और 107 संगठनों को नामित किया गया था।
लेकिन इस नोबेल फाउंडेशन के नियमों के अनुसार नामांकन के लिए नामित लोगों की लिस्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाता और संगठन का कहना है, कि इससे जुड़ी तमाम रुकावट सिर्फ एक अनुमान है। वैसे इस साल के पुरस्कार के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को काफी पसंद किया जा रहा था।
नोबेल पुरस्कार दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कारों में से एक है। इथोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को 2019 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उन्हें शांति प्रयासों के साथ सीमा विवाद को हल करने में ये पुरस्कार दिया गया था। उन्हें इथियोपिया का नेल्सन मंडेला भी कहा जाता है।
अबी अहमद अप्रैल 2018 में इथियोपिया के प्रधानमंत्री बने थे। WFP को शुक्रवार को नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई। WFP के प्रवक्ता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि यह उनके लिए गर्व की बात है।