अमित पंधाल टोक्यो ओलंपिक से बाहर, भारत की उम्मीदों को लगा बड़ा झटका, पहले ही मुकाबले में कोलंबिया के मुक्केबाज से हारे

नई दिल्ली: भारत की पदक उम्मीद मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किलो) प्री-क्वॉर्टर फाइनल में रियो ओलिंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1 . 4 से हारकर Amit panghal टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गए। शीर्ष वरीयता प्राप्त पंघाल का यह पहला ओलिंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाय मिला था। पहले ही दौर से कोलंबियाई मुक्केबाज ने पंघाल पर दबाव बना दिया लेकिन पंघाल ने वापसी करके पहले तीन मिनट में 4-1 से जीत दर्ज की। इसके बाद मार्तिनेज की रफ्तार का वह सामना नहीं कर सके।

Amit panghal टोक्यो ओलंपिक से बाहर

Amit panghal टोक्यो ओलंपिक से बाहरभारतीय मुक्केबाजी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा, ‘वे एक-दूसरे के साथ अभ्यास कर चुके हैं। उनमें से कुछ में अमित ने आज से बेहतर प्रदर्शन किया था लेकिन कुछ में आज की ही तरह हुआ। यह हैरानी वाला नतीजा नहीं है क्योंकि हमने देखा है कि यह मुक्केबाज काफी खतरनाक है।’

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दूसरे दौर में मार्तिनेज ने पंघाल पर जबर्दस्त प्रहार किया जिसका भारतीय मुक्केबाज जवाब नहीं दे सके। यह सिलसिला आखिरी तीन मिनट में भी जारी रहा और पंघाल सिर्फ बचाव करते रहे। नीवा ने कहा, ‘हमें पता था कि क्यो हो सकता है लेकिन हमें उम्मीद थी कि अमित आखिरी दो दौर में बेहतर करेगा।’उन्होंने कहा, ‘उसमें हिलने की ताकत नहीं बची थी और वह जवाबी हमले भी नहीं कर पा रहा था । उसके अति रक्षात्मक खेल से भी मार्तिनेज को काफी अंक मिले।’उन्होंने कहा, ‘मैने किसी विरोधी के खिलाफ अमित को इतना थका हुआ नहीं देखा। वह अपनी लय में नहीं था । हमारा सामना काफी क्षमतावान मुक्केबाज से था।’

अमित पंधाल की पारी

अमित ने शुरुआत अच्छी की थी और पहले राउंड में पांच में चार जजों का विश्वास जीतने में सफल रहे थे। इस राउंड में चार जजों ने अमित को 10-10 अंक दिए जबकि एक जज ने येवरेज को 9 अंक दिया।

इसके बाद के दोनों राउंड में येवरेज हावी रहे। इस राउंड में सिर्फ एक जज ने अमित को 10 अंक दिया जबकि चार जजों ने येवरेज को 10-10 अंक दिए।

लगा कि अमित तीसरे राउंड में वापसी करेंगे लेकिन येवरेज ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया और लगातार घूंसे बरसाए। इस राउंड में सभी पांच जजों ने येवरेज को 10-10 अंक दिए।

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अमित पंघाल ने जीते कई पदक

एशियाई खेल 2018 में गोल्ड मेडल और विश्व चैम्पियनशिप 2019 में सिल्वर मेडलिस्ट जीतने वाले पंघाल ने एशियाई खेलों में तीन बार पदक जीता है । वहीं मार्तिनेज 2016 रियो ओलिंपिक में लाइटफ्लायवेट में रजत पदक विजेता थे। भारत की लवलीना बोरगोहेन (69 किलो) ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में पहुंचकर मुक्केबाजी में पदक पक्का कर लिया था

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