कनाडा में भयानक गर्मी से सड़कों पर आई दरार, अचानक दम तोड़ रहे हैं लोग

कनाडा में भयानक गर्मी: कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के लिटन में मंगलवार को तापमान 49.6 डिग्री सेंटिग्रेट दर्ज किया गया। ये लगातार तीसरा दिन था जब सबसे ज़्यादा तापमान का नया रिकॉर्ड बना। कनाडा और उत्तर-पश्चिम अमेरिका में भयानक गर्मी पड़ रही है जिसकी वजह से सड़कों पर दरारें आ गई हैं। पैन में अंडे फोड़कर बाहर रख दो तो थोड़ी देर में वो ऑमलेट बन जा रहा है। घरों की दीवारें पिघल रही हैं। पारा 45 और 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। लोग समुद्र के किनारे, झीलों में, घरों में बने अस्थाई पूल पर नहाकर गर्मी से बच रहे हैं। वर्ल्ड मेटरियोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक यह एक ‘प्रेशर कूकर’ हीटवेव है।

कनाडा में भयानक गर्मी विशेषक ने बताया गर्मी पड़ने का कारण

कनाडा में भयानक गर्मी

जलवायु परिवर्तन की वजह से ‘हीटवेव’ जैसी मौसम की प्रतिकूल स्थितियों का लगातार सामना करना पड़ सकता है। हालांकि किसी एक घटना को ग्लोबल वॉर्मिंग से जोड़ना थोड़ा जटिल बात होगी।

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कनाडा और अमेरिका के पश्चिमी हिस्से में गर्मी की वजह कैलिफोर्निया और आर्कटिक क्षेत्र से आने वाली गर्म हवा की वजह से बना दबाव है। तटीय इलाकों में तापमान थोड़ा कम हुआ है लेकिन जो इलाक़े समुद्र से दूर हैं, वहां तुरंत राहत मिलने के आसार नहीं हैं।

कनाडा में भयानक गर्मी

अनुमान है कि अगले पांच-सात दिनों तक ऐसा ही तापमान बना रहेगा। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित लिटन में रविवार को तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस था। सोमवार को यह बढ़कर 47.9 डिग्री सेल्सियस हो गया था, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। मंगलवार को यह 49.5 डिग्री पहुंच गया।अमेरिका में पोर्टलैंड, ओरेगॉन और सिएटल की हालत बहुत खराब है। यहां पर 1940 के बाद इतनी गर्मी पड़ी है।

जॉन होर्गन ने कहा

ब्रिटिश कोलंबिया के प्रमुख जॉन होर्गन ने कहा कि ये इस प्रांत के इतिहास का सबसे गर्म हफ़्ता रहा है और इसका ‘परिवारों और समुदाय पर विनाशकारी असर हुआ है।’गर्मी की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। कारण ये है कि कुछ इलाक़ों में अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अचानक हुई मौत की जानकारी मिली है लेकिन उन्होंने अभी मरने वालों की संख्या को इक्ट्ठा नहीं किया। अकेले वेंकूवर में शुक्रवार से 65 लोगों की मौत की वजह गर्मी को माना जा रहा है।

इस गर्मी की वजह से कनाडा और उत्तरी-पश्चिम अमेरिका में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना जांच केंद्रों को भी बंद कर दिया गया है, क्योंकि गर्मी की वजह से सड़कों पर दरारें आ चुकी हैं। अंडे को बाहर रख दो तो वो ऑमलेट बन जा रहा है। घरों के बाहर लगे धातु के कवर पिघल कर अपना आकार बदल रहे हैं। कई स्थानों पर धातुओं से बने ढांचे पिघले हुए और टेढ़े-मेढ़े देखे गए हैं।

कनाडा में भयानक गर्मी WMO के अनुसार

क्या आप जानते हैं इसे ‘प्रेशर कूकर’ हीटवेव (Pressure Cooker Heatwave) क्यों कह रहे हैं। WMO के अनुसार जो तापमान में वृद्धि हुई है, वह आसपास के इलाकों से बाहर निकल नहीं पा रही है। वह इस बड़े इलाके में सीमित हो गई है। जिसकी वजह से यह प्रेशर कूकर जैसा काम कर रहा है। इस वजह से बहुत से लोगों को दिक्कत होने वाली है, क्योंकि यह इलाका आमतौर पर ठंडा रहता है। लोग एसी नहीं लगाते हैं। लेकिन अब उन्हें इसकी व्यवस्था भी करनी होगी।

इन चीजों पर भी पड़ेगा इसका बुरा असर

WMO ने कहा कि इस गर्मी की वजह से लोगों की सेहत, खेती और पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। WMO की कनाडा की मौसम विज्ञानी आर्मेल कैस्टेलैन ने कहा कि इस हफ्ते यह तापमान और बढ़ सकता है। ज्यादातर तटीय इलाकों में ब्रिटिश कोलंबिया में तापमान हफ्ते के बीच में कम होने की संभावना है। इसके बाद यह गर्मी अल्बर्टा की ओर बढ़ जाएगी।

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कनाडा के वैंकूवर में गर्मी की वजगह से 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चारों तरफ भयानक लू चल रही है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के लिटन इलाके में मंगलवार को शाम 4 बजकर 20 मिनट पर तापमान 49.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। जिसने तीसरे दिन लगातार ज्यादा तापमान का रिकॉर्ड तोड़ा है।

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