Protests in Kashmir: कश्मीर में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन, 20 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

श्रीनगर: कश्मीर घाटी में इजरायल विरोधी प्रदर्शनों (Protests in Kashmir) पर जम्मू कश्मीर पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। पुलिस ने श्रीनगर के पादशाही बाग इलाके से 18 साल के एक युवक को इसलिए गिरफ्तार किया है कि उसने फिलिस्तीन के समर्थन में एक वॉल पेंटिंग बनाई थी। पुलिस ने लोगों को हर हाल में विरोध प्रदर्शनों से दूर रहने की चेतवानी जारी की है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इन लोगों को श्रीनगर और शोपियां में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि ये गिरफ्तारियां विभिन्न कारणों से की गई हैं, खासतौर पर कोरोना वायरस कर्फ्यू का उल्लंघन करने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

Protests in Kashmir

पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार व्यक्तियों में एक कलाकार भी शामिल है जिसने फिलिस्तीन के समर्थन में भित्तिचित्र(Mural painting) बनाया था और इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन का आयोजन करने वाले कुछ व्यक्ति भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने शनिवार को कहा कि वह उन तत्वों पर करीब से नजर रख रही है जो फिलिस्तीन (Palestine) के हालात का लाभ उठाकर घाटी (Valley) की शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर सकते हैं।

पुलिस कि सोशल मीडिया पर नजर

Protests in Kashmir

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि उसकी नजर सोशल मीडिया से लेकर हर संवेदनशील जगहों पर है और कश्मीर की फिजा को खराब करने की कोशिश करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ‘इजरायल-फिलिस्तीन के बीच दुर्भाग्यपूर्ण संकट को लेकर कुछ लोग घाटी में पब्लिक सुरक्षा और शांति को खराब करना चाहते हैं, जो नाकाबिले बर्दाश्त है।’ दरअसल, इजरायल की सेना लगातार गाजा में आतंकी संगठन हमास के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में कुछ ऐसे तत्व हैं जो विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं।

Protests in Kashmir पुलिस ने दिया सख्त चेतावनी

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि अपनी बात कहना, राय जाहिर करना एक अलग बात है और सड़कों पर हिंसा भड़काना अलग बात और जम्मू-कश्मीर की पुलिस हर परिस्थिति के लिए तैयार है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि ‘लोगों को अपनी बात कहने की पूरी आजादी है लेकिन कोरोना वायरस की वजह से अभी रैलियों का आयोजन करना सख्त मना है। देश के दूसरे हिस्सों की तरफ जम्मू-कश्मीर की स्थिति भी कोविड-19 की वजह से काफी खराब है।’

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गौरतलब है कि फिलिस्तीनी समस्या का कश्मीर की राजनीती से हमेशा से ही करीबी रिश्ता रहा है और वहां होने वाली किसी भी राजनितिक उथल-पुथल का असर कश्मीर घाटी में भी देखने को मिलता है। इजरायल द्वारा हाल ही में किए गए हमलों के चलते बड़ी संख्या में लोग मारे गए जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने इजरायल को दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी देश ठहराया।

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