Term Insurance policy 2021: 1 अप्रैल से पहले खरीद ले टर्म प्लान पॉलिसी, वरना हो सकती है 20 फ़ीसदी तक महंगी

Term Insurance Policy 2021: अगर आप टर्म प्लान लेने की तैयारी कर रहे हैं तो अब देर ना करें। जल्द ही टर्म प्लान 20 फ़ीसदी तक महंगी हो सकती है। दरअसल अधिकांश बीमा कंपनीयां ट्रम प्लान का प्रीमियम बढ़ाने की तैयारी में लगी है। इसकी वजह यह है कि देश की कई रीइंश्योरेंस कंपनियां 25% अपनी दरें बढ़ा चुकी है। यह कंपनियां जीवन बीमा कंपनीयों के जोखिम का इंश्योरेंस करती है। रीइंश्योरेंस कंपनीयों द्वारा दरें बढ़ाने से बीमा कंपनीयों पर दबाव बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर करोना संकट के कारण बीमा कंपनी को पहले की अपेक्षा अधिक मोटिलिटी क्लेम का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बीमा कंपनियों को बढ़ लागत को खुद झेल लेने की क्षमता नहीं है। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि बीमा कंपनियां प्रीमियम मे बढ़ोतरी करने का जल्द एलान कर सकती है।

Term Insurance Policy 2021

जानकारों के अनुसार रीइंश्योरेंस प्रीमियम पर दबाव की वजह से कंपनियों को टर्म प्लान प्रीमियम में बढ़ोतरी करनी पड़ेगी लेकिन जिन कंपनियों ने पिछले साल ज्यादा बढ़ोतरी की थी या ज्यादा वॉल्यूम में कारोबार वाली कंपनियां ग्राहकों को प्रीमियम पास ऑन नहीं भी कर सकती है।

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क्या है टर्म इंश्योरेंस

टर्म इंश्योरेंस 1 शुद्ध प्रोटक्शन कवर होता है, जिसमें पॉलिसीहोल्डर की मौत पर इंश्योड अमाउंट उसके ऊपर निर्भर लोगों को दे दिया जाता है। जबकि दूसरे इंश्योरेंस प्लान मेच्योरिटी पीरियड के एक पटीकूलर अमाउंट देते हैं। चाहे पॉलिसी होल्डर जिंदा हो या नहीं। इसलिए टर्म इंश्योरेंस को विक्स कवर की कैटेगरी में रखा जाता है और इसका प्रीमियम अफॉर्डेबल होता है। एक उदाहरण के तौर पर 30 से 35 साल की महिला अगर 1 करोड़ का टर्म इंश्योरेंस लेती है तो उसे 30 से 25 साल तक हर साल 7000 से 11000 हजार रुपए का प्रीमियम भरना होगा।

Term Insurance Policy 2021 रेट के अलावा और भी बदले जाएंगे नियम

रेट में बदलाव के अलावा और भी कई तरह के नियम में बदलाव पर कंपनियां विचार कर रही है। कंपनियों का मानना है कि हमारे यहां टर्म इंश्योरेंस में रिस्क को अच्छे से कवर नहीं किया जाता है। अब रेट बढ़ने के साथ अंडर करंट रिस्क पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही इसके क्लेम के नियमों को भी रिव्यू किया जाएगा। यानी आने वाले वक्त में टर्म इंश्योरेंस खरीदना काफी पेचीदा होने वाला है। इसके अलावा टर्म इंश्योरेंस के लिए आय भी देखी जाएगी। ऐसे लोग जो सैलेरीड जॉब में नहीं होंगे उनके लिए टर्म इंश्योरेंस खरीदना थोड़ा मुश्किल होगा।

Term Insurance Policy 2021 1 अप्रैल से दर बढ़ने की संभावना

बीमा एजेंटों और इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटरो के अनुसार कंपनियों ने 1 अप्रैल 2021 से प्रीमियम में इजाफा करने का संकेत दिया है। उसी समय से रीइंश्योरेंस कंपनी की नए कांटैक्ट भी लागू होंगे। यानी नए वित्त वर्ष की शुरुआत से कंपनियां प्रीमियम में बढ़ोतरी कर सकती है।

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अनुभव के मुताबिक आकलन

भारत में पश्चिमी देशों की तरह डाटा और अनुभव के आधार पर टर्म इंश्योरेंस का शुल्क तय नहीं होता है। यहां शुद्ध रूप से आकलन के आधार पर यह काम होता है। कोरोना संकट के बाद ऐसा माना जा रहा है कि मृत्यु दर पहले के अनुमान से अधिक हो सकती है। इसलिए इसके शुल्क बढ़ाए जा रहे हैं। अमूमन 10,000 टर्म इंश्योरेंस के समय के भीतर मरने वाले 3 लोग होते हैं जो क्लेम लेते हैं। लेकिन कई बार यह 4-4.5 भी हो जाते हैं। अगर यह दर बढ़ती है तो रीइंश्योरेंस कंपनियों को अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। क्योंकि क्लेम राशि का 1 करोड़ तक की होती है।

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