विमानन नियामक ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए भारत आने और यहां से जाने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ान सेवाओं पर रोक को आगे बढ़ा दिया है। अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 31 मार्च 2021 तक लगा रोक। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध की अवधि को बढ़ाकर 28 फरवरी 2021 किया गया था जो कि जल्द ही खत्म होने वाला है।यहां अब भारत आने और यहां से जाने वाले वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध को 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया है।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि देश में एक्टिव केस और नए मामलों की संख्या मे पिछले कुछ महीनों की तुलना काफी गिरावट आई है, लेकिन फिर भी महामारी को पूरी तरह से दूर करने के लिए सावधानी और कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है। जिसपर मंत्रालय ने कोरोना वायरस से जुड़े दिशानिर्देश का सख्ती से पालन किया जाने का निर्देश जारी किया है। संबंधित प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश का पालन करते हुए सभी गतिविधियों के अनुमति दी गई है। पड़ोसी देशों से व्यापार के लिए लोगों के आने-जाने और वस्तुओं का आदान प्रदान पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 31 मार्च 2021 तक लगा रोक DGCA ने निर्देश जारी कर कहा
शुक्रवार को डीजीसीए ने निर्देश जारी कर कहा कि सक्षम प्राधिकरण ने 26 जून 2020 के परिपत्र की वैधता बढ़ा दी है इसके तहत भारत से और भारत के लिए अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय सेवाओं को 31 मार्च तक के लिए निलंबित कर दिया गया है। यह सेवा 31 मार्च की रात 23:59 तक निलंबित रहेगी। सिर्फ चुनिंदा रूट्स पर ही अंतरराष्ट्रीय यात्राओं को अनुमति दी जा सकेगी। डीजीसीए ने बताया कि आदेश मालवाहक उड़ानों और उन विमानों पर लागू नहीं होगी जिन्हें डीजीसीए से पहले ही अनुमति मिल चुकी है।
डीजीसीए की ओर से जारी आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया कि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल कार्गो ऑपरेशन और विशेष अनुमति वाली उड़ानों पर लागू नहीं होगा। मालूम हो कि कोरोना संकट के दौरान बंदे भारत मिशन के तहत सरकार ने कई देशों से भारतवासियों को वापस लाने का कार्यक्रम चलाया था। अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर प्रतिबंधों को ऐसे समय बढ़ाया गया जब देश में भी कोरोना संक्रमण में तेजी आ रही है।
अभी के मौजूदा वक्त भारत में कई देशों के साथ एयर बबल समझौते भी किए हैं। इस समझौते के अनुसार चुनिंदा देशों में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को मंजूरी दी गई है। मालूम हो कि कोरोना संकट और लॉकडॉन के चलते पिछले साल 25 मार्च को यात्री हवाई सेवा को निलंबित कर दिया गया था बाद में 25 मई से घरेलू उड़ान सेवाओं को शुरू किया गया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध को समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है।