आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच मे जंग की शुरुआत हो चुकी है। आज सुबह ही यह जंग की शुरुआत अज़रबैजान के तरफ से हुई है। क्योंकि अज़रबैजान ने आर्मेनिया के सिविल इलाके मे बम बरसा दिए और इसी बम बरसाने के चलते आर्मेनिया ने अपने तरफ से भी आक्रमण कर दिया और आर्मेनिया के जो आर्मी चीफ उनका कहना है कि वो अब जंग चाहते हैं।
अज़रबैजान ने सुबह आर्मेनिया के सिविल पर टारगेट करके जंग की शुरुआत कर दी है, और वह इस जंग को खत्म करेंगे दोनों देशों के बीच में संघर्ष जारी है, और इसी संघर्ष के चलते जो आर्मेनिया की सेना है अजरबैजान के ऊपर काल बनकर टूट रही है। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि आर्मेनिया के हमले में उसके कई नागरिकों की मौत हुई है।
आर्मेनिया ने अजरबैजान के एक हेलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त किया। लेकिन इसके पायलट को बचा लिया गया है। अज़रबैजान को तुर्की सपोर्ट करता है। आर्मेनिया को रसिया,फ्रांस और अमेरिका सपोर्ट करते हैं ,और इसी के चलते आर्मेनिया की आर्मी बहुत स्ट्रॉन्ग है। क्योंकि इसके रिश्ते बहुत ही ताकतवर देशों के साथ है।लेकिन अज़रबैजान एक मुस्लिम देश है और उसे सिर्फ तुर्की का ही सपोर्ट है। यही कारण है कि अजरबैजान की सेना आज बेवकूफ बन चुकी है। आर्मेनिया ने अजरबैजान के सेना का चितङे उड़ाना शुरू कर दिया है।
रूस ने इन दोनों देशों से शांति की अपील की
रूस ने आर्मेनिया और अजरबैजान से शांति की अपील की है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह मध्यस्थता के लिए तैयार है। लेकिन इसके लिए दोनों देशों के बीच के युद्ध को रोकना होगा। रूसी विदेश मंत्री सरगेई लावरोव ने युद्ध को रोकने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं।
आर्मेनिया का दावा
आर्मेनिया की सेना ने अज़रबैजान के दो हेलीकॉप्टर भी उड़ा दिए। 15 यूएई ड्रोन उड़ा दिए हैं। 3 टैंक उड़ा दिए हैं अज़रबैजान के 19 सैनिक मार गिराए।