ISRO में काम करना किसका सपना नहीं होता है। इसरो में काम करने के कई लोगों के सपने होते हैं। इन्हीं लोगों में से एक है बिहार के आशीष भूषण। जिन्होंने मात्र 22 साल की उम्र में इसरो में वैज्ञानिक बन अपना सपना पूरा किया।
बिहार के आशीष कुमार बने इसरो में वैज्ञानिक
आशीष भूषण की बात करें तो आशीष भूषण बिहार के बक्सर जिले के ब्रह्मपुर गांव के रहने वाले हैं। आशीष के पिता बक्सर के रघुनाथपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। आशीष के इसरो में वैज्ञानिक बनने से उनके माता-पिता बहुत ही खुश है।
18 साल की उम्र में ही हुआ था सिलेक्शन
आपको बता दे कि आशीष के पिता ने आशीष की सफलता पर बात करते हुए बताया कि, आशीष ने मात्र 18 साल की उम्र में अपना चयन इसरो के अंतरिक्ष वैज्ञानिक ‘ग्रुप ए’ में करवा लिया था। आशीष के पिता ने यह भी बताया कि उनके गांव में आशीष इकलौते ऐसे लड़के हैं जो इसरो में वैज्ञानिक बने।
आपको बता दे कि जब आशीष का सिलेक्शन इसरो में हुआ तो यह जानकर उनका पूरा गांव खुशी से झूम उठा। आशीष के सिलेक्शन के बाद उनके पिता ने पूरे गांव में मिठाई बंटवाई। आशीष के पिता ने गांव से ही आशीष को दसवीं पूरी करवाने के बाद पटना भेज दिया था। पटना से ही आशीष ने दसवीं के बाद की आगे की पढ़ाई पूरी की।
‘चंद्रयान मिशन’ से मिली थी प्रेरणा
आशीष ने इसरो में जाने का सपना तब देखा था, जब उन्होंने मिशन चंद्रयान के बारे में जाना था। आशीष ने इसरो में जाने के लिए “भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवंतपुरम” में अपना एडमिशन करवाया। यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने साल 2022 में गेट की परीक्षा पास कर इसरो में जाने का अपना सपना पूरा किया