नगालैंड राज्य बनने के बाद अब तक विधानसभा में कोई भी महिला जनप्रतिनिधि नहीं चुनी गई थी। अब 2023 के चुनाव में जीत हासिल कर हेकानी जखालू ने एक नया इतिहास बनाया है। बता दें कि 1963 में नगालैंड बना था। राज्य बनने के 8 साल बाद किसी महिला ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। हेकानी जखालू (Hekani Jakhalu) ने दीमापुर-III सीट से चुनाव जीता है। वह NDPP के टिकट पर चुनावी मैदान में थीं। जखानी ने अपने प्रतिद्वंदी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP-रामविलास) के अजेतो जिमोमी को 1,536 मतों के अंतर से हराया।
जाखलू को 14,395 वोट मिले, वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अजेतो झिमोमी को 12,859 वोट मिले। इसके साथ ही एक अन्य महिला उम्मीदवार एनडीपीपी की सल्हौतुओनुओ क्रूस भी पश्चिमी अंगामी सीट से आगे चल रही हैं। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से गुरुवार दोपहर 2.10 बजे शेयर किए गए मतगणना रुझानों के अनुसार, भाजपा ने दो और एनडीपीपी ने आठ सीटों पर जीत हासिल की है।
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हेकानी जखालू कौन हैं – Hekani Jakhalu kaun hai
NDPP ने दीमापुर-III विधानसभा से हेकानी जाखलू मैदान में थीं। वो पेशे से एक वकील हैं। 48 वर्षीय जखालू के लिए विधानसभा तक का सफर काफी लंबा रहा है। उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन और दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ में पढ़ाई की और बाद में सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय से एलएलएम किया। इसको पूरा करने के बाद में उन्होंने दिल्ली में एक लॉ फर्म में काम किया। 2005 में वह यूथनेट नामक एक गैर सरकारी संगठन शुरू करने के लिए नागालैंड वापस लौट आई। 2019 में हेकानी जाखलू ने बाल और महिला विकास मंत्रालय से नारी शक्ति पुरस्कार प्राप्त किया।
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हेकानी जाखलू ने कहा इन चार बिंदुओं पर रहेगा फोकस
हेकानी जाखलू ने कहा कि 17 साल से एनजीओ सेक्टर में युवाओं के लिए काम कर रही हूं, लेकिन उस पद से इतना ही किया जा सकता है। यही कारण है कि मैं नीति निर्माण में शामिल होना चाहती थी और राज्य में सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय में प्रवेश करना चाहती थी। युवाओं को सशक्त बनाने और महिलाओं के हक के लिए लड़ना है। इसके साथ ही अपने निर्वाचन क्षेत्र को एक आदर्श निर्वाचन क्षेत्र बनाना है और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी है।