करोना से परेशान देश के उद्योग जगत को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने इंडस्ट्री के लिए दो लाख करोड़ रुपए के नए पैकेज की घोषणा की है। सरकार ने 10 सेक्टर को दो लाख करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करने की योजना बनाई है। यह दिवाली के मौके पर सरकार का बड़ा तोहफा है।
सरकार ने यह कदम उत्पादन निर्यात और रोजगार को बढ़ाने के लिए उठाया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बताया, कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को निर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए पीएलआई (PLI) योजना को मंजूरी दे दी।
सरकार 10 सेक्टर को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव देने के लिए अगले 5 साल में 1.46 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। इससे देश के उद्योग जगत को राहत मिलेगी। इससे नौकरी का भी सृजन होगा। इससे ऑटो और ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनियों को सबसे ज्यादा इंसेंटिव देने की तैयारी है। इस कंपनी को करीब 57 हजार करोड़ रुपए का इंसेंटिव मिल सकता है।
इन कंपनियों को मिलेगा इंसेंटिव
इस स्कीम से ऑटो, ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनियां व्हाइट गुड्स, एडवांस सेल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, फार्मा प्रोडक्शन आदि कंपनियों को मिलेगा। इंसेंटिव उत्पादन आधारित प्रोत्साहन का लाभ रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन जैसे उत्पाद, औषधि, विशेष प्रकार के इस्पात, वाहन, दूरसंचार खाध उत्पाद सौर फोटोवॉल्टिक और मोबाइल फोन बैटरी उद्योग में निवेश करने को मिलेगा
किन-किन सेक्टर को वित्तीय समर्थन
- इलेक्ट्रॉनिक ऐड टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट (5000 करोड़ रुपए)
- ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स (57,042 करोड़ रुपए)
- टेलीकाम एंव नेटवर्किंग प्रोडक्ट (12,195 करोड़ रुपए)
- एडवांस के मिस्टी सेल बैटरी (18,100 करोड़ रुपये )
- फार्मास्युटिकल ड्रग्स (15,000 करोड़ रुपये )
- फूड प्रोडक्शन (10,900 करोड़ रुपये )
- टेक्सटाइल उत्पादन (10683 करोड रुपए
- व्हाइट गुड्स (6238 करोड़ रुपये )
- स्पेशलिटी स्टील (6322 करोड़ो रुपए )
- सोलर पीवी माड्यूल्स (4,500 करोड़ रूपये)
- इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों के लिए भी वायबिलिटी गैप फंडिंग के तहत कई योजनाओं का भी ऐलान किया गया है। इन सब योजना से उत्पादन निर्यात और रोजगार बढ़ेगा और यह योजना भारतीय निर्माताओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।