कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अस्तपताल से छुट्टी (Mamata Banerjee Discharge) दे दी गई है। डॉक्टरों ने कहा कि इलाज के बाद ममता अच्छा रिस्पॉन्स कर रही थीं। डॉक्टरों ने ये भी कहा कि ममता बनर्जी बार-बार छुट्टी दिए जाने का निवेदन कर रही थीं। इसी वजह से उन्हें कुछ निर्देशों के साथ छुट्टी दी गई है। राजधानी कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा है कि ममता बनर्जी के स्वास्थ्य की सात दिनों बाद फिर समीक्षा की जाएगी। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद व्हीलचेयर पर अस्पताल से बाहर आईं। उन्होंने व्हीलचेयर पर ही बैठकर कुछ दिन बंगाल चुनाव के लिए प्रचार करने की भी बात कही थी।
Mamata Banerjee Discharge मेडिकल बोर्ड चाहता था कि ममता बनर्जी 48 घंटे तक और अस्पताल में रहे
अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने के दौरान, अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने कहा कि मेडिकल बोर्ड चाहता था कि ममता बनर्जी को अगले 48 घंटे तक और अस्पताल के देखरेख में रखा जाए, लेकिन उन्होंने डिस्चार्ज किए जाने की रिक्वेस्ट की। टीम ने आगे कहा कि उनकी इस रिक्वेस्ट को मानते हुए मेडिकल एडवाइज के साथ उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
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बता दें कि बुधवार की शाम को नंदीग्राम में घायल होने के बाद उन्हें फौरन कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को अस्पताल के बिस्तर से जारी वीडियो संदेश में कहा था कि वह कुछ दिनों में चुनाव प्रचार के लिए लौटेंगी और जरूरत पड़ने पर व्हील चेयर का इस्तेमाल करेंगी। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की थी।
ममता 13 मार्च को पुरुलिया में संबोधित कर सकती हैं
सीएम ममता 13 मार्च यानि कल पुरुलिया में जनसभा को संबोधित कर सकती हैं। पुरुलिया में उनका बलरामपुर और बघमुंडी में कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री 14 मार्च बांकुड़ा में और 15 मार्च को झारग्राम का दौरा कर सकती हैं। इसके बाद सीएम 17 मार्च को पूर्वी मिदनापुर के एगरा ,पटाशपुर और तंलुक में चुनावी जनसभा को संबोधित कर सकती हैं। नंदीग्राम भी पूर्वी मिदनापुर में ही है।
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दूसरी ओर, ममता पर कथित हमले के खिलाफ शुक्रवार को भी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न जिलों में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी सुप्रीमो पर हमले का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
ममता पर किसने हमला किया चुनाव आयोग को पता लगाना चाहिए
इधर, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को पता लगाना चाहिए कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री पर हमले के षड्यंत्रकारी कौन हैं। टीएमसी के महासचिव व मंत्री पार्थ चटर्जी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमला उन लोगों ने किया जो उनकी लोकप्रियता से डरे हुए हैं। उन्होंने आयोग की जिम्मेदारी और निष्पक्षता पर फिर सवाल उठाए और कहा कि राज्य के डीजीपी को बदलने के अगले ही दिन सीएम पर हमला हो गया।