उत्तरी कजाकिस्तान का एक अनोखा कलाची गांव जहां लोग एक रहस्यमयी तरीके से सोने की बीमारी से पीड़ित है। बताया जाता है कि जब यह लोग एक बार सो जाते हैं तो वो फिर एक महीना तक नहीं उठते। यह लोग चलते चलते सड़क पर ही सो जाते हैं। बाहर के लोग यहां के निवासियों को कुंभकर्ण के रिश्तेदार कहते हैं। यह मामला 2010 में सामने आया जब कुछ बच्चे अचानक स्कूल में गिर गए और सोने लगे थे, जिसको देखते ही देखते इस बीमारी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ने लगी। तभी से वैज्ञानिक इस गांव पर रिसर्च कर रहे हैं। इस बीमारी को लेकर कई डॉक्टर और वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं। अभी तक बीमारी के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है। इस गांव को Sleep Hollow भी कहां जाने लगा।
कजाकिस्तान कलाची गांव की आबादी
इस गांव में करीब 600 लोग रहते हैं और इनमें से करीब 14% लोग इस बीमारी का शिकार है। इन लोगों को खुद समझ नहीं आ रहा है कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। अचानक खड़े-खड़े सो जाते हैं और एक महीना तक सोए रहते है। उठने के बाद उन्हें कुछ समझ नहीं आता कि कब सोए और कैसे सोए।
कजाकिस्तान सोने की बीमारी वाले गांव को Sleep Hollow
वैज्ञानिक इस कजाकिस्तान के कलाची गांव में सोने की रहस्यमयी बीमारी पर लगातार रिसर्च कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस बीमारी के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। इस बीमारी को लेकर डॉक्टर और वैज्ञानिक का रिसर्च चल रहा है। लेकिन ये बीमारी क्यों हो रही है इसका पता नहीं लगा सके हैं। डॉक्टर भी इस सोने वाली बीमारी को देख हैरान है कि यहां के लोग इतने दिनों तक कैसे सोए रहते हैं। इस गांव को सोने की वजह से Sleep Hollow के नाम से भी जाना जाता है।https://www.fastkhabre.com/archives/2358
वैज्ञानिक के अनुसार
वैज्ञानिकों द्वारा ऐसा बताया जा रहा है कि ऐसी रहस्यमय बीमारी से पीड़ित होने का कारण यहां का दूषित पानी हो सकता है। क्योंकि एक समय पहले गांव के पास एक यूरेनियम की खदान हुआ करती थी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस खदान की वजह से लोगों को यह अजीवो गरीब बीमारी ने अपना शिकार बना लिया है, फिर भी इस बीमारी पर शोध जारी है।
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